भोपाल। आदिम जाति कल्याण विभाग में डिप्टी सेक्रेटरी लखन सिंह टेकाम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। सोमवार शाम उनका शव बागमुगालिया स्थित डुप्लेक्स में मिला। तीन दिनों से उनकी पत्नी से बात बंद थी। कमरे के बाहर रखी खाने की थाली नहीं उठी तो पत्नी को अनहोनी का अंदेशा हुआ। दरवाजा तोड़ा तो लखन का शव नजर आया।

डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी लखन टेकाम बागसेवनिया के पलबेल कॉलोनी में स्थित डुप्लेक्स में रहते थे। यह बंगला उन्होंने हाल ही में खरीदा था। बंगले में उनके साथ उनकी पत्नी ज्योति टेकाम और उनका ग्यारह वर्षीय बेटा भी रहता था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्नी और बच्चा दोनों ही नीचे वाले फ्लोर में रहते थे, जबकि लखन टेकाम ऊपर वाले फ्लोर में रहा करते थे। 

उनकी पत्नी ज्योति ने पुलिस को बताया कि उन्हें ऊपर वाली मंजिल के कमरे में जिनमें उनके पति रहते थे, उससे बदबू आ रही थी। जब उन्होंने कमरे के पास जा कर देखा दरवाज़ा बाहर से बंद था। ज्योति ने आनन फानन में पुलिस को इस बात की सूचना दी। पुलिस जब कमरे में दरवाज़ा तोड़ कर दाखिल हुई तो उसने लखन की लाश पलंग पर पड़ी हुई मिली। लाश को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि लखन टेकाम का शव तकरीबन तीन से चार दिन पुराना है। फिलहाल लाश का पोस्टमार्टम कर के लखन टेकाम का पार्थिव शरीर परिजनों के हवाले कर दिया है।

मामले की पूछताछ के दौरान ज्योति ने पुलिस को बताया कि लखन कभी घर में खाना खाते थे तो कभी बाहर खाया करते थे। पत्नी ने बताया कि तीन दिन से पति से उसकी बात नहीं हुई थी। पुलिस का कहना है कि फिलहाल वो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। रिपोर्ट के आने के बाद ही वो जांच की दिशा तय कर पाएगी।