भोपाल। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना महामारी और उससे उत्पन्न संकट से निपटने के लिये देश का हर नागरिक अपना-अपना योगदान दे रहा है लेकिन जो लोग स्वयं के जीवन को दांव पर लगाते हुये योद्धाओं की तरह मैदान में आकर इस महामारी से दिन रात लड़ रहे है उनका कार्य किन्ही देवदूतों से कम नही ऑका जा सकता। स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी, अस्पतालों में कार्यरत फार्मासिस्ट, सरकारी और निजी टेस्टिंग लेबोरेटरी में कोरोना की जॉच करने वाले लेब टेक्‍नीशियन, प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा रात दिन की जा रही मेहनत के बिना इस जंग को जीतने की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

सरकार ने जोखिम में रहकर कार्य करने वाले डॉक्टर एवं नसों सहित सभी चिकित्साकर्मियों, सफाईकर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं को तीन महीनों के लिये 50 लाख रूपये की स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा प्रदान की गई है। निश्चय ही यह प्रशंसनीय है किन्तु कोरोना का उपचार कर रहे सरकारी और निजी अस्पतालों में काम करने वाले फार्मासिस्ट, कोरोना जॉच के लिये अधिकृत सरकारी एवं निजी लेबोरेटरीज में जॉच करने वाले लेब कर्मचारियों, कोरोना संकट के समय रात-दिन ड्यूटी करने वाले प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों को उक्त स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा के दायरे में नही रखा गया है।

सिंह ने मैदान में उतरकर कोरोना से सीधी जंग लड़ रहे फार्मासिस्टों, लेब कर्मचारियों और प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को भी 50 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने की मांग की है।