पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण और स्‍वास्‍थ्‍य तंत्र की सीमाओं को देखते हुए जिलों में किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा की है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना से निपटने के लिये चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों पर काफी दबाव है। इस दबाव को कम करने के लिये रतलाम, उज्जैन एवं शाजापुर जिलों में जिला प्रशासन द्वारा जन स्वास्थ्यरक्षकों की सेवाएं ली जा रही है। जिला प्रशासन का यह एक अच्छा कदम है। संपूर्ण मध्यप्रदेश में लगभग 15000 प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य है जिनकी सेवाओं और अनुभव का इस महामारी के समय में उपयोग होना चाहिये। इसके लिये इन्हे कोविड-19 से निपटने हेतु अल्पकालीन प्रशिक्षण देकर इनकी सेवाएं ली जा सकती है जिससे स्वास्थ्यकर्मियों पर दबाव कम हो सकेगा तथा इनकी सेवाओं का भी बेहतर उपयोग हो सकेगा। उनकी सेवाओं के लिये जन स्वास्थ्यरक्षकों को प्रतिमाह अथवा प्रतिदिन के हिसाब से पारिश्रमिक दिया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी के खिलाफ जागरूकता पैदा करने में इनकी अहम भूमिका हो सकती है।

सिंह ने कहा है कि कोरोना के इस संकट में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों पर पड़ रहे दबाव को कम करने जन स्वास्थ्यरक्षकों की सेवाओं का उपयोग करने हेतु उचित निर्देश प्रदान किए जाएं।