डिंडौरी। शिवराज सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों ने ही अब प्रदेश में कानून का राज कायम न रहने देने की कसम खा ली है। अमूमन विवादों में रहने वाले डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा एक बार फिर विवादों में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें वे एक युवक को अपना थूक साफ करने के लिए मजबूर करते नज़र आ रहे हैं। इतना ही नहीं कलेक्टर द्वारा़ डांट लगाए जाने के कारण युवक थूक साफ करने पर मजबूर भी हो जाता है।  



यह घटनाक्रम डिंडौरी के ज़िला अस्पताल का है। मंगलवार को रत्नाकर झा ज़िला अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे। इस दौरान अस्पताल के परिसर में एक युवक थूकता हुआ दिखाई दिया। युवक को थूकता देख कलेक्टर का पारा इतना चढ़ गया कि वे युवक को अपना थूक साफ करने के लिए मजबूर करते रहे।  





कलेक्टर ने सज़ा के तौर पर युवक को अपना थूक साफ करने का फरमान सुनाया था। युवक थोड़ी देर तक कलेक्टर के तालिबानी फरमान को सुनकर चकित ज़रूर हो गया। लेकिन जैसे ही कलेक्टर ने युवक पर अपना रौब झाड़ा, युवक थूक को अपने हाथ से साफ करने पर मजबूर हो गया।  



कलेक्टर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हो गई है। कुछ लोग कलेक्टर की खिल्ली भी उड़ा रहे हैं। वहीं कलेक्टर के साथ-साथ लोग शिवराज सरकार पर भी हमला बोल रहे हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि शिवराज सरकार के प्रशासनिक अधिकारी खुद नियमों को तोड़ रहे हैं और बदले में जनता को तालिबानी फरमान सज़ा सुनाने से बाज़ नहीं आ रहे हैं।