ग्वालियर। ग्वालियर में नकली सीमेंट बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। ग्वालियर प्रशासन ने बुधवार को ज़िले के शंकरपुर गांव में दबिश देकर नकली सीमेंट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस को मौके से नकली सीमेंट की 500 बोरियां बरामद हुई हैं। सीमेंट को अलग अलग ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बेचा जाता था। 

दरअसल इन दिनों ग्वालियर में नकली सीमेंट मिलने की शिकायत काफी बढ़ गई थी। अल्ट्राटेक सीमेंट के एक अधिकारी ने ग्वालियर पुलिस को इस बाबत जानकारी दी थी। बुधवार को इस सिलसिले में जब ग्वालियर पुलिस बहोड़ापुर थाने की पुलिस के साथ शंकरपुर पहुंची, तब वहां नकली सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। 

पुलिस के मौके पर पहुंचते देखते ही वहां मौजूद लोगों में अफरा तफरी का माहौल मच गया। वहां धड्डले से नकली सीमेंट तैयार कर उनकी बोरियों में पैकिंग की जा रही थी। अल्ट्राटेक, एसीसी, अंबुजा इत्यादि जैसी सीमेंट की ब्रांडेड कम्पनियों की बोरियां वहां रखी हुई थी। 

दबिश डालने के बाद पुलिस ने जब बिल्डिंग के मालिक सलमान खान से संपर्क किया, तब उसने बताया कि चार महीने पहले ही उसने विष्णु राठौर नाम व्यक्ति को मकान किराए पर दिया था। विष्णु ने उसे बताया था कि मालगाड़ी में बचने वाली सीमेंट का उसके पास ठेका है, और इसी सीमेंट को पैक कर के वो बेचता है। 

जबकि हकीकत में विष्णु राठौर नामक व्यक्ति नकली सीमेंट बनाकर उन्हें ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बाजार में सस्ते भाव में बेच दिया करता था। पुलिस ने बताया कि गिट्टी के चूरे से बने खाका से नकली सीमेंट तैयार की जा रही थी। 50 किलो की सीमेंट की बोरी तैयार करने में 125 रुपए का खर्च आता था। जिसे ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बोरियों में भरकर बाजार में 300 रुपए में बेचा जा रहा था। जबकि बाजार में असली सीमेंट की बोरियों की कीमत 400 रुपए तक है। 

पुलिस के मुताबिक यहां से रोजाना तीन सौ बोरियां सीमेंट की सप्लाई बाजार में की जाती थी। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है। सीमेंट के इस व्यवापर में आरोपी के लंबे समय से होने की बात कही जा रही है।