अशोकनगर। फसल खराब होने और कर्ज से परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली। किसान का शव उसके ही खेत में लगे आम के पेड़ पर लटका मिला। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में भारी बारिश की वजह से उसकी पूरी फसल खराब हो गई थी। जिसकी वजह से वह काफी परेशान चल रहा था। उसने बैंक और किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर्ज लिया था। अब उसे चिंता थी कि अब वह बैंक का कर्जा कैसे उतारेगा। वह कई दिनों से परेशान चल रहा था।

दरअसल बुधवार को 42 वर्षीय महेंद्र रघुवंशी घर से खेत के लिए निकला था, उसने कहा कि वह जानवरों के लिए घास लेने जा रहा है। लेकिन वह देर शाम तक नहीं लौटा, तब घर वालों को उसकी चिंता हुई, तब उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। घर वाले उन्हें खोजते हुए खेत पर पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। महेंद्र का शव खेत में लगे आम के पेड़ पर फांसी से लटका हुआ था। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

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गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद किसान का शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस इस मामले में ग्रामीणों  से पूछताछ में जुटी है। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि इलाके में अतिवर्षा की वजह से महेंद्र समेत बड़ी संख्या में किसानों की सारी फसलें नष्ट हो गई हैं। महेंद्र ने भी खेत में सोयाबीन और उड़द लगा रखी थी, जो कि नष्ट हो गई। उसने बैंक और किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए कर्जा ले रखा था। बैंक में उसका ट्रैक्टर वाला लोन और खेती के लिए केसीसी का लोन बकाया था, जिसे लेकर वह परेशान था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

5 दिन पहले 11 सितंबर को खरगोन के एक किसान ने भी फसल खराब होने की वजह से आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद कांग्रेस ने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा था कि मध्यप्रदेश में किसान सबसे ज्यादा दुखी हैं।