रतलाम में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने और उसमें हिस्सा लेने के आरोप में 17 कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन नेताओं में झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया, सैलाना विधायक हर्ष गहलोत भी शामिल हैं। कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी पर दो हजार रुपए का अर्थदंड अलग से लगाया गया है।

प्रदेश में उपचुनाव की सुगबुगाहट होते ही राजनीति ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। कांग्रेस लगातार राज्य की शिवराज सरकार पर प्रदेश के जनमत का अपमान करने और प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या आरोप लगा रही है। वहीं शासन की ओर से लगातार एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं पर धड़ल्ले से एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। ताज़ा मामला रतलाम का है। यहां रतलाम पूर्व केंद्रीय मंत्री और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया और उनके समर्थकों पर कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।

भूरिया शुक्रवार को रतलाम के अमृत गार्डन में आयोजित बैठक में पहुंचे थे। इस बैठक में शामिल 17 कांग्रेसी नेताओं पर धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इन नेताओं में सैलाना विधायक हर्षविजय गहलोत, प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यास्मीन शेरानी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश भरावा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया और कांग्रेस नेत्री प्रेमलता दवे सहित गार्डन से संचालक ललित दख का भी नाम एफआईआर में शामिल किया गया है।

प्रशासन ने महिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यास्मीन शेरानी पर कंटेनमेंट क्षेत्र का उल्‍लंघन करने पर अर्थदंड भी लगाया है। प्रशासन ने शेरानीपुरा को कंटेनमेंट क्षेत्र बनाकर पॉजिटिव व्यक्तियों के संपर्क में आने वालों को होम क्वारेंटाइन किया है। इस आदेश को तोड़ कर प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यास्मीन शेरानी बैठक में शामिल हुई थी।