मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव ने मंत्रिपदों के बंटवारे के बाद मंत्रालयों के लिए 'मालदार' शब्द पर बीजेपी को खरी खरी सुनाई है। पीडब्ल्यूडी मंत्री भार्गव ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि मंत्रिपद आवंटन होने के बाद से ही न्यूज़ चैनल व अखबार पर मंत्रालयों के लिए 'मालदार' शब्द का प्रयोग किया जा रहा है। यह 'मालदार' शब्द भी पहली बार इस नए दौर की राजनीति में प्रविष्ट हुआ है ।





गोपाल भार्गव ने कहा है कि ' मेरे हिसाब से इस तरह की शब्दावली का उपयोग बंद होना चाहिए। अपने 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में कभी इस तरह की शब्दावली का उपयोग होते नहीं देखा।





पार्टी को समय रहते सचेत होने की ज़रूरत



बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने कहा है कि बीजेपी को समय रहते सचेत होने की आवश्यकता है। रहली विधायक गोपाल भार्गव के मुताबिक़ पार्टी के बाहर सिंधिया गुट और भाजपा गुट अलग अलग दिखने से पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं के बीच सही सन्देश नहीं जा रहा है। जिस वजह से पार्टी को काफी नुकसान हो सकता है।





 दरअसल शिवराज कैबिनेट में महत्वपूर्ण और ज़्यादा कमाई करने वाले राजस्व, खनिज व ऊर्जा विभाग सिंधिया खेमे के मंत्रियों के हिस्से गए हैं। 28 नए मंत्रियों में से 12 मंत्री सिंधिया खेमे से बनाए गए हैं। सिंधिया खेमे को सरकार में बीजेपी के पुराने नेताओं से ज़्यादा तरजीह दी गई है। इसे लेकर पार्टी के कई विधायक नाराज़ चाल रहे हैं। इसी तथ्य पर प्रकश डालते हुए भार्गव ने कहा है कि 'अब तो सभी लोग भाजपा परिवार के सदस्य और अभिन्न अंग हैं, फिर यह अलग अलग धाराएं क्यों? मेरा यह भी मानना है कि इससे पार्टी के नीचे तक के कार्यकर्ताओं में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।'