इंदौर। इंदौर के एमटीएच क्षेत्र स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय में बीती रात प्रथम मंज़िल में आग लग जाने से रिकॉर्ड जलकर राख हो गया। आग लगने की जानकारी मिलते ही मौक़े पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची, कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने की वज़ह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। 

घटना गुरुवार रात 1.30 बजे की बताई जा रही है। सीएमएचओ कार्यालय में आग लगने की जानकारी मिलते फायर ब्रिगेड की टीम पहुँच कर आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि इस भवन को 10 साल पहले ही लोक निर्माण विभाग ने कंडम घोषित कर दिया था। कुछ समय पूर्व कलेक्टर परिसर में इस दफ़्तर को शिफ़्ट करने की बात कही जा रही थी। आग लगने वाली ज़गह प्रथम मंजिल में काफी कागजात रखा हुआ था, जो जलकर राख हो गया।

आग लगने की जानकारी मिलते ही ज़िले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी.एस सैत्या मौक़े पर पहुँचे। फ़ायर ब्रिगेड के प्रभारी संतोष शुक्ला ने बताया सीएमएचओ कार्यालय लकड़ी और टीन शेड का बना हुआ था, जो बहुत पुराना हो चुका था जिस वज़ह से आग तेज़ी के साथ पूरे दफ़्तर में फ़ैल गयी। 

फायर ब्रिगेड प्रभारी संतोष शुक्ला ने कहा कि आग शॉर्ट सर्किट की वज़ह से लगी है। आग लगने से हुए नुकसान का आंकलन नही किया गया है। दफ़्तर में रखी फ़ाइलों को बड़ी मात्रा में नुकसान पहुंचा है। फ़िलहाल, इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।


गौरतलब है कि बीते हफ़्ते जिला कोर्ट में उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब कोर्ट के तलघर से अचानक धुआं उठा और उसने भयानक आग का रूप ले लिया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और उन्होंने तल घर की खिड़कियां तोड़ कर आग पर काबू पाया।
जिला कोर्ट के रिकॉर्ड रूम में लगभग 50 साल से अधिक पुराना रिकॉर्ड रखा हुआ था जिसमें हाई कोर्ट में चल रहे प्रकरण और कई पुराने मामले के रिकॉर्ड मौजूद थे।