भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पूर्व आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक साल में एक लाख नौकरियां दिए जाने के वादा किया है। इसपर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि क्या बीजेपी के घोषणापत्र तक सीमित रह गया है युवाओं को रोजगार देने का मुद्दा? उन्होंने आंकड़े जारी कर कहा कि बीते साढे़ चार साल में सिर्फ 2659 अभ्यार्थियों की भर्ती की गई है।



कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज सरकार चुनावी साल में बार-बार 1 लाख युवाओं को नौकरी देने का झाँसा दे रही है, जबकि हक़ीक़त यह है कि एमपीपीएससी पिछले साढ़े चार साल में सिर्फ 2659 अभ्यर्थियों की ही भर्ती कर सकी है। चयनित 2659 अभ्यर्थियों में से 1200 अभ्यर्थियों का चयन पिछले नौ महीनों में बेरोजगारी को लेकर युवाओं के भारी हंगामे के बाद किया गया है।'





पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आगे लिखा, 'क्या इस सरकार के लिये युवाओं को रोज़गार देने का मुद्दा भी चुनावी घोषणा तक ही सीमित है, क्या यह सरकार उन युवाओं का दर्द समझ रही है जो सरकार की ग़लत नीतियों की वजह से बेरोज़गार भटक रहे हैं? हालात बेहद चिंताजनक हैं।'



उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दावा है कि युवाओं को रोजगार के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास जारी हैं। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही गई थी। अब तक 55 हजार भर्तियां हो चुकी हैं और आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियां हो जाएंगी।