भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में घोड़ों की चर्चा तेज है। अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया है कि बारात के घोड़े और रेस के घोड़े कौन हैं। पटवारी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बाराती घोड़ा करार दिया है। उन्होंने कहा कि 2020 में सिंधिया और उनके साथ पाला बदलने वाले 28 तत्कालीन विधायक बराती घोड़े हैं।

जीतू पटवारी ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को मैसेज दिया है कि बहादुरों को लड़ना है विपक्ष की भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि एक ऐसे घोड़े होते हैं जो सत्ता के आसपास नाचते हैं, यह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 28 नेता गए थे, उनके लिए कहा था। यह सभी बाराती घोड़े थे। यह बाराती घोड़े थे तभी तो वहां भाग गए, कांग्रेस में सभी रेस के घोड़े बचे हैं, जो दौड़ रहे हैं। जिनको बड़े-बड़े पद मिले थे, जिन्होंने सत्ता छोड़ दी उनको लंगड़ा घोड़ा कहा, वह सभी आज बीजेपी में हैं।

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इससे पहले सिंधिया ने गुरुवार को ग्वालियर में राहुल गांधी के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि विकलांग शब्द की जगह अब हम सब दिव्यांग शब्द का उपयोग करते हैं। मतलब जिन्हें भगवान का आशीर्वाद प्राप्त है। उधर सिंधिया के बयान के बाद आज दिव्यांग और पैरा खिलाड़ियों ने मंत्री विश्वास सारंग के बंगले पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और बयान के लिए राहुल गांधी पर कार्रवाई की मांग की।

इसपर प्रतिक्रिया देते हुए पटवारी ने कहा कि मैं दिव्यांगों का सम्मान करता हूं और यदि कोई आहत हुआ तो वे यदि सही से हिंदी के मुहावरों को पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि यह कहावतें सालों से चली आ रही हैं। उन्हें तब भी प्रदर्शन करना चाहिए था, जब पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने भी इस तरह का बयान दिया था। यदि दिव्यांगों को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।

पटवारी ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के महिलाओं के कपड़े वाले बयान पर कहा कि बीजेपी के नेता बच्चियों के कपड़े क्यों देखते हैं। पहले नरोत्तम मिश्रा कपड़े देखते थे। बीजेपी नेताओं का बयान सुनकर दुख होता है। PCC चीफ ने 2023 आरक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में कहा कि व्यापमं में जो गिरफ्तारी हुई उसमें आज तक सजा नहीं हुई। आरक्षक भर्ती में एक व्यक्ति ने 9 बार परीक्षा दी। एमपी में भर्ती में लगातार घोटाला हो रहा है, ये सरकार घोटालों की सरकार हो चुकी है।