भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश की जनता कोरोना के संकट से जूझ रही है। लोग भले ही कोरोना होने के बाद मर रहे हैं लेकिन अधिकतर लोग उचित इलाज और ज़रूरी दवाओं की किल्लत के कारण अपनी ज़िन्दगी से हाथ धो रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने इंदौर की जनता के लिए अपने एक साल का वेतन दे दिया है। जीतू पटवारी ने इंदौर की जनता को रेमडेसिविर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अपने एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा दिया है। 



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जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी है। जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वर्तमान समय में प्रदेश सहित इंदौर शहर में भी अनेक नागरिक कोरोना से पीड़ित हैं। हालात ऐसे हैं कि लोग ऑक्सीजन बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत से जूझ रहे हैं। मरीजों के परिजन दर दर की ठोकरें खा कर परेशान हैं। इसलिए मैं अपने बारह माह का मूल वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा रहा हूं। आपसे विनती है कि इंदौर के कोरोना पीड़ित निर्धन परिवारों को रेमडेसिविर उपलब्ध कराने का कष्ट करें। 





जीतू पटवारी ने खुद अपने इस महत्वपूर्ण योगदान की जानकारी ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि शिवराज जी इंदौर में सबसे ज़्यादा संकट रेमडेसिविर इंजेक्शन का है। मैं बतौर विधायक अपने एक साल का मूल वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा रहा हूं। कृपया इस मद से इंजेक्शन खरीद कर मेरे क्षेत्र में वितरित करवा दें। बड़ी कृपा होगी। 



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जीतू पटवारी के इस कदम की चारों ओर सराहना हो रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी अपने नेता के इस सराहनीय कदम की तारीफ की है। लेकिन जीतू पटवारी का यह अहम योगदान साथ ही साथ सरकारी दावे की भी पोल खोल रहा है। जिसमें रोज़ प्रदेश में ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कोई कमी नहीं होने का दावा किया जा रहा है।