भोपाल। मध्यप्रदेश में 18 वर्ष की उम्र से अधिक लोगों का टीकाकरण अब 5 मई से शुरू होना है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सरकार के टीकाकरण अभियान से ज़रूरी और गंभीर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर हमला भी बोला है। कमल नाथ ने कहा है कि टीकाकरण की घोषणा भी सीएम की अन्य घोषणाओं की तरह जुमला ही साबित हुई। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने पूछा है कि आखिर शिवराज सरकार कब तक प्रदेश की जनता के साथ अन्याय करती रहेगी। 



कांग्रेस नेता ने कहा कि शिवराज जी, आप खुद कह रहे हैं कि इस कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन का काम तेजी से होना बेहद आवश्यक है और आप ख़ुद बता रहे हैं कि प्रदेश में 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए कुल 5 करोड़ 29 लाख डोज़ की आवश्यकता है। कमल नाथ ने कहा कि 'आप 5 मई से प्रदेश में इस आयु वर्ग के लोगों के लिये वैक्सिनेशन कार्यक्रम को शुरू करने की बात कह रहे है, जो कि 1 मई से प्रारंभ होना था लेकिन यह घोषणा भी चुनावी जुमला ही साबित हुई।आप का यह वैक्सिनेशन कार्यक्रम देख कर आश्चर्य भी हो रहा है और कई सवाल भी खड़े हो रहे है ?'





पीसीसी चीफ ने कहा कि जिस वैक्सिनेशन कार्यक्रम को प्रतिदिन , दिन-रात और बेहद तीव्र गति से होना चाहिए , वह अब प्रदेश में अलग- अलग तारीख़ों में सत्रो में होगा और वह भी सीमित संख्या में ? जारी आँकड़ो के हिसाब से तो प्रदेश के नागरिकों को वैक्सीन लगने में ही महीनो लग जाएँगे? कमल नाथ ने आगे कहा, 'यह तो प्रदेश के नागरिकों के साथ बड़ा अन्याय व धोखा है ?एक तरफ कोरोना संक्रमण होने पर अस्पतालों में बेड नहीं ,इलाज नहीं ,ऑक्सीजन नहीं ,इंजेक्शन नहीं ,जीवन रक्षक दवाइयां नहीं और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन भी नहीं ?जनता के साथ कितना अन्याय ?' 





कमल नाथ ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि, आप बताये आख़िर इस स्थिति का दोषी व जवाबदार कौन ?वैक्सीन के अभाव में कोरोना संक्रमण फैलने का दोषी कौन ?आप बताये प्रदेश के नागरिकों को आख़िर कितने समय में वैक्सीन लग जायेगी ? कब तक आवश्यक डोज प्रदेश को उपलब्ध होंगे।