भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपनी सियासी पारी से सन्यास लेने के संकेत दिए हैं। कांग्रेस नेता ने छिंदवाड़ा में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि वह अब आराम करने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस नेता ने कहा है कि कोई महत्वकांक्षा या किसी पोस्ट के लिए मेरे अंदर कोई लालच नहीं है। हालांकि, बाद में स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने सन्यास की बात का खंडन किया है।

कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ 6 दिवसीय दौरे पर छिंदवाड़ा गए हुए हैं। इस दौरान रविवार को सौसर में उन्होंने आमजन को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारी सरकार 15 महीनों में ही चली गई। मैं चाहता तो सौदा कर सकता था, मैंने सौदा नहीं किया, मुझे किसी पद का लालच नहीं है, मुझे चिंता है तो मध्य प्रदेश के भविष्य और पहचान की, बाबा साहेब आंबेडकर ने संविधान का निर्माण किया, उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भविष्य में ऐसे सौदे और बिकाऊ की राजनीति प्रदेश में होगी। मैं अब आराम करने को तैयार हूं, मैंने बहुत कुछ हासिल किया है, मैं अब घर पर रहने के लिए तैयार हूं। मैं अब क्या करूं यह अब आपको तय करना है।'

कमलनाथ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्यप्रदेश उपचुनाव में हार के बाद कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे हैं वहीं संगठन में बदलाव की मांग उठने लगी है। ऐसे में कांग्रेस नेता के इस बयान ने राज्य का सियासी पारा बढ़ा दिया है। उनके इस बयान को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चाएं तेज हो गई है कि उन्होंने पद छोड़ने का संकेत दिया है।

हालांकि कमलनाथ ने खुद स्पष्टीकरण देकर तमाम कयासों पर विराम दिया है। मीडिया द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा है कि मैने यह नहीं कहा कि मैं राजनीति से सन्यास लेना चाहता हूं। मेरे कहने का मतलब यह था कि छिंदवाड़ा की जनता तय करेगी की मुझे क्या करना है। छिंदवाड़ा के लोग जिस दिन चाहेंगे मैं उस दिन सन्यास ले लूंगा। 

2023 में कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव

कमलनाथ के इस बयान पर कांग्रेस के अन्य नेता भी अब मैदान में आ गए हैं। वरिष्ठ नेता व विधायक पीसी शर्मा ने दावा किया है कि साल 2023 का मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस पार्टी कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ेगी। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया है कि मीडिया में कमलनाथ के बयान को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।

वहीं कांग्रेस के मीडिया समन्यवयक नरेंद्र सलूजा ने भी स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा की जनता से कहा कि जिस दिन जनता चाहेगी, उस दिन ही संन्यास ले लूंगा। कमलनाथ के इतना कहते ही छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ के पक्ष में जोरदार नारेबाजी कर कहा कि हम आपको एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। ऐसे में निश्चित ही कमलनाथ राजनीति में रहते हुए जन सेवा का कार्य जारी रखेंगे।' कमलनाथ फिलहाल मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।