खंडवा। एक तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी मंच से बार-बार कह रहे हैं कि बारिश कम होने के बाद किसान चिंता न करें सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी। दूसरी तरफ किसान खेतों में सूखी हुई फसल देखकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं। ताजा मामला खंडवा जिले की पुनासा तहसील से सामने आया है। जहां किसान ने खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।

मृतक किसान सुखराम के परिजनों का कहना है कि खेत में चार लाख की सोयाबीन की फसल बारिश न होने के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गई। इसे देखकर सुखराम काफी दिनों से परेशान था। सोमवार की देर रात वह घर से खेत के लिए निकला तो सुबह तक नहीं लौटा परिजनों ने जब खेत पर जाकर देखा तो किसान खेत में अचेत मिला। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो पता चला कि उसने कीटनाशक पी ली है। अस्पताल में इलाज के दौरान किसान की मौत हो गई। अस्पताल पहुंच कर मूंदी थाना पुलिस ने  मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

बताया जा रहा किसान काफी दिनों से परेशान चल रहा था। डेढ़ महीने पहले खंडवा में आई बाढ़ में उसके दो बैल बह गए थे। पटवारी ने जिसका सर्वे किया था लेकिन मुआवजा अबतक नहीं दिया। किसान के भाई ने बताया कि सुखराम ने फसल की जुताई के लिए कर्ज ले रखा था। कुछ दिन पहले ही उससे बात हुई तो वह रोते हुए कह रहा था कि मेरा सब खत्म हो गया। बैल चले गए। फसल चौपट हो गई।