मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में एक मजदूर ने आत्महत्या कर ली। जीवन यापन के तमाम संसाधन समाप्त होने के बाद मजदूर की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। लालू बाथम नामक मजदूर ने आर्थिक तंगहाली के कारण पिछले 6 महीने से किराया भी नहीं भरा था। जिस वजह से परेशान होकर आखिरकार मजदूर ने आत्महत्या कर ली। 

मजदूर की मौत के बाद मृतक की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। मजदूर की पत्नी ने बिलखते हुए मीडिया से कहा कि हमारी आर्थिक हालत बेहद खराब है। मेरे पति की कई दिनों से आमदनी नहीं हो रही थी। पुलिस ने विक्रेताओं को सामान बेचने से भी रोक दिया। अगर पुलिस ऐसे ही रोकेगी तो दिहाड़ी मजदूरों की आमदनी कैसे होगी? 

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परिजनों का पुलिस पर आरोप है कि प्रशासन ने कुछ ही दिन पहले ठेले लगाने की जगह को लेकर लालू बाथम के साथ पुलिस ने मारपीट भी की थी। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि मृतक मानसिक तनाव से जिस वजह से उसने आत्महत्या की है। अधिकारी ने परिजनों द्वारा लगाए मारपीट के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जल्द ही मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आएगी जिससे सारी बात सामने आ जाएगी। पुलिस ठेला विक्रेताओं को नहीं रोक रही है, पुलिस तो चाह रही है कि बाजारों से ठेले हटकर गलियों में चले जाएं।