भोपाल। कोरोना वायरस का असर अब सरकार के खज़ाने पर पड़ा है, सरकार ने विधायको को अपनी निधि से कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी उपकरण के लिए राशि ख़र्च करनें का अधिकार दे दिया है। यानी वेंटिलेटर, पीपीई किट, मास्क, ग्लोब्ज, सेनेटाइजर विधायक की अनुशंसा पर खरीदे जा सकेंगे। इस संबंध में योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

आदेश में कहा गया है कि विधायकों को अपने विधान सभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए मिलने वाली राशि का उपयोग कोरोना के बचाव व इलाज के लिए जरूरी उपकरणों व अन्य व्यवस्थाओं पर खर्च करने का अधिकार रहेगा। लेकिन यह अनुमति सिर्फ वर्ष 2021-22 के लिए ही दी गई है। विधायक इस मद में केवल एक बार ही राशि का उपायोग कर सकेंगे। ज्ञात हो कि हर विधायक को प्रत्येक वर्ष विधायक निधि में 1 करोड़ 85 लाख रुपए आंवटित किए जाते हैं। यदि हर विधायक 1-1 करोड़ रुपए भी उपकरण खरीदने में खर्च करता है तो 230 करोड़ रुपए कोरोना से लड़ने में सरकार को आर्थिक रूप से बड़ी मदद होगी।


उल्लेखनीय है बीते कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के संबंध में विधायकों के साथ वर्चुअली बैठक की थी। बैठक विधायकों ने विधायक निधि को स्वेच्छानुदान फंड में कन्वर्ट करने की मांग की थी, ताकि कोरोना मरीजों के लिए राशि उपलब्ध कराई जा सके। विधायकों ने कहा था कि वे करीब 50% राशि इस पर खर्च करने के लिए तैयार हैं। कई विधायकों ने तो आदेश से पहले ही आक्सीजन, सैनिटाइजर, इंजेक्शन, वेंटिलेटर के लिए देना भी शुरू कर दिया था।

अब तक जिन विधायकों ने कोरोना के उपचार के लिए विधायक निधि से राशि दी है, उसमें भाजपा के मुकाबले कांग्रेस के नेताओं की संख्या ज्यादा है। भाजपा सांसद महेंद्र सोलंकी ने रेमडेसीविर इंजेक्शन और आक्सीजन के लिए 3 जिलों को 30 लाख रुपए दिए हैं। वहीं पूर्व मंत्री व विधायक जीतू पटवारी ने इंदौर में अलग-अलग काम के लिए 20 लाख की अनुशंसा की है। इनके साथ ही विधायक पीसी शर्मा ने जेपी अस्पताल के मरीजों के उपचार के लिए 10 लाख रुपए देने का पत्र भेजा है। विधायक विपिन वानखेड़े ने आगर विधानसभा के मरीजों के लिए 5 लाख रुपए, सचिन यादव ने खरगोन व कसरावद अस्पताल के लिए एमएलए निधि से 15 लाख रुपए, विधायक डॉ सतीश सिकरवार ने 10 लाख रुपए दिए हैं।