डिंडौरी में कोर्ट में कार्यरत रीडर के बेटे के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद हड़कंप मच गया है। रीडर अपने बेटे के संपर्क में आने के बाद भी लगातार न्यायालय पहुंचकर काम करते रहे। जहां उनका संपर्क जज, वकीलों और पुलिस से लगातार हुआ है। रीडर का बेटा एक जून को ही मुंबई से लौटा था। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस संदिग्ध का सैंपल तो लिया लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले उसे घर भेज दिया। इस लापरवाही से अब सैकड़ों लोगों की जान खतरे में आ गई है। वहीं रीडर पर भी लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। आरोप है कि उनके द्वारा मुंबई से लौटे बेटे को पहले सीधे घर में रोका गया, उसके बाद दूसरे दिन सैंपल देकर फिर घर ले जाया गया। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।

रीडर के बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आनन-फानन में पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी रीडर के घर पहुंचे। और देर रात युवक को एकलव्य स्कूल में बने क्‍वारेंटाइन सेंटर ले जाया गया। अब कलेक्ट्रेट के पीछे बनी जजेस कॉलोनी को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर सील कर दिया गया है। रीडर के संपर्क में आए जज क्वारेंटाइन हो गए हैं। सभी के सैंपल लेकर जांच की जा रही है। डिण्डोरी में 29 कोरना पाजिटिव मरीज हैं। जिनमें से 5 मरीज कल पाजिटिव आए थे।