भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। बरोही थाना पुलिस ने छापेमारी कर मौके से 12 देसी कट्टे, तीन जिंदा कारतूस और हथियार निर्माण में इस्तेमाल होने वाला बड़ा सामान बरामद किया है। साथ ही पुलिस ने चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। जबकि, फैक्ट्री संचालक फरार है जिस पर पुलिस ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

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एसपी डॉ. असित यादव ने बताया कि बीते 21 अक्टूबर को बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया को सूचना मिली कि अमलहड़ी गांव के तिराहे पर एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से अवैध हथियार बेचने की कोशिश कर रहा है। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा और उसके बैग से एक 32 बोर का कट्टा, तीन 315 बोर के कट्टे और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए थे।

आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि वह अपने तीन साथियों के साथ रूपावही गांव में अवैध हथियार बनाने का काम करता था। उन्होंने एक स्थानीय किसान से 20 हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर जगह ली थी। हथियार बनाने के लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के किशनी क्षेत्र से एक कारीगर को 50 हजार रुपये महीना देकर बुलाया था जो देसी कट्टे तैयार करता था। आरोपियों ने बताया कि वे इटावा, मैनपुरी और एटा जिलों से हथियार बनाने का सामान फुटकर में खरीदते थे। यह फैक्ट्री बीते 19 सितंबर को शुरू की गई थी और अब तक 22 कट्टे तैयार किए जा चुके थे। इनमें से सात कट्टे विभिन्न लोगों को बेचे भी जा चुके हैं।

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पुलिस ने न केवल फैक्ट्री चलाने वालों को पकड़ा, बल्कि अवैध हथियार खरीदने वाले तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है। अन्य खरीदारों की तलाश जारी है। जांच में पता चला है कि कट्टा बनाने वाला कारीगर उत्तर प्रदेश के किशनी का शातिर अपराधी है जिस पर पहले से कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। भिंड एसपी डॉ. असित यादव ने बताया कि फरार कारीगर पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस की टीमें मुख्य संचालक और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियारों की आपूर्ति किन जिलों या समूहों को की जा रही थी।

इस कार्रवाई को जिले की सबसे बड़ा अवैध हथियार विरोधी सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा दी है और अवैध शस्त्र व्यापार से जुड़े नेटवर्क की कड़ियों को खंगालने का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के खुलासे से प्रदेश में हथियार तस्करी के कई नेटवर्कों का पर्दाफाश होने की संभावना है।

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