मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने प्री प्राइमरी और प्राइमरी क्लास की ऑनलाइन पढ़ाई पर रोक लगा दी गई है। राज्य शिक्षा केंद्र ने गुरुवार को इस बारे में आदेश जारी कर दिए। आदेश के अनुसार कक्षा 6वीं से 8वीं तक रोज 2 सेशन में क्लास ली जा सकेगी। एक सेशन अधिकतम 30 से 45 मिनट से ज्यादा का नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि लॉकडाउन के मद्देनजर अप्रैल से ही स्कूलों द्वारा ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई थीं।



आदेश में नि:शुल्क और बाल शिक्षा अधिकार कानून 2009 का एवं कोरोना के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ-एनसीईआरटी की गाइडलाइन का हवाला दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्री प्राइमरी एवं प्राइमरी कक्षाओं के लिए वाट्सएप ग्रुप के जरिए दिए जाने वाले होम वर्क या ऐसी ही कोई गतिविधि जारी रखने की छूट दी है जो आसानी से करवाई जा सके। स्कूल शिक्षा विभाग को निजी स्कूलों की लगातार शिकायतें मिल रही थी कि जिसमें प्रायमरी के बच्चों के लिए कई घंटों की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही थी। इसके मद्देनजर प्री-प्रायमरी और प्रायमरी कक्षाओं में ऑनलाइन कक्षाओं पर रोक लगाई गई है। गौरतलब है कि कई परिवारों और बच्चों के पास मोबाइल और इंटरनेट सुविधा नहीं होने की शिकायत भी मिल रही थीं। अब बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं की रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे स्टूडेंट्स अपनी सुविधानुसार पढ़ाई कर सकेंगे।



सभी ऑनलाइन क्‍लास बंद हो : कांग्रेस 



प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्‍वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि सरकार सिर्फ़ प्रायमरी ही नहीं कक्षा 12 तक ऑनलाइन क्लास पर रोक लगाये। बच्चों की पूरी स्कूली फ़ीस माफ़ हो। अन्य राज्यों की तरह परीक्षाएँ स्थगित कर छात्रों को जनरल प्रमोशन का लाभ दे।