उज्जैन। उज्जैन में अस्पताल में रखे एक महिला के शव को चूहों ने कुतर दिया। जिसके बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। उज्जैन की इस घटना पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने ट्विटर के जरिए सरकार पर हमला करते हुए लिखा है कि अस्पतालों में ज़िंदा बचना तो दूर अब तो लाश भी सुरक्षित नहीं है। मध्य प्रदेश के अस्पतालों में वीभत्सता जारी है। शिवराज द्वारा रोपित और थोपित नर्क की प्रदर्शनी रोज अपना ही रिकॉर्ड तोड़ देती है।





महिला के शव को जिस निजी अस्पताल में चूहों ने कुतर डाला, उसके प्रबंधन ने सफाई दी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके यहां शव रखने की जगह नहीं है। महिला की मौत की खबर माधव नगर थाने में दे दी गई थी। महिला का शव मॉर्चुरी में रखने के लिए जिला अस्पताल को भी सूचित किया गया था। लेकिन महिला के परिजनों का कहना है कि शव पूरी रात अस्पताल में ही रहा। सोमवार को पोस्टमार्ट के लिए निजी अस्पताल की एंबुलेंस से ही जिला अस्पताल भेजा गया।



परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इस मामले में उज्जैन के एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने आश्वासन दिया है कि दोषी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना कि जब तक शव अस्पताल में है, परिजनों को सौंपा नहीं जाता, तब तक उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की ही है। अस्पताल उससे पल्ला नहीं झाड़ सकता।   



आपको बता दें कि रविवार को उज्जैन जिले के नागदा की रहने वाली महिला उषा बमानिया ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी। जिसे गंभीर हालत में उज्जैन के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक दिन बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। उसके शव को अस्पताल के एक चबूतरे पर रखा गया था। जब महिला के परिजन उसका शव लेने पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। शव के दाहिने पैर का निचला हिस्सा चूहों ने कुतर दिया था। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचा दिया। माधवनगर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। आपको बता दें कि शव को चूहों द्वारा कुतरे जाने के कई मामले इंदौर के एमवाय अस्पताल से भी आ चुके हैं।