सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी में कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 में लापरवाही बरतने पर तीन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार रात 11:30 बजे जारी आदेशों में बी.एल.ओ. आनंद प्रताप सिंह, रोजगार सहायक राजकुमार मिश्रा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला प्रजापति के नवंबर माह के वेतन और भत्तों से 15 दिनों की कटौती के निर्देश दिए गए। यह कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 13-ख (2) के तहत की गई है।

कलेक्टर ने यह कदम उस समय उठाया जब निर्वाचन आयोग की ओर से जारी विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया को जिले में प्राथमिकता से पूरा किया जा रहा है। इसके तहत बी.एल.ओ. को मतदाताओं को गणना पत्रक देना और उन्हें भरवाने के बाद बी.एल.ओ. ऐप में डिजिटाइज करना अनिवार्य है। लेकिन 18 नवंबर को मतदान केंद्र क्रमांक 169 गोतरा के निरीक्षण में गंभीर चूक सामने आई। निरीक्षण टीम ने पाया कि केंद्र के कुल 860 पंजीकृत मतदाताओं में से मात्र 5 के गणना पत्रक ही डिजिटाइज्ड हुए थे। इस स्तर की कमी को प्रशासन ने गंभीर लापरवाही मानते हुए इसे सीधे चुनावी तैयारी पर असर डालने वाला मामला माना।

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जांच रिपोर्ट के बाद तीनों संबंधित कर्मियों पर जिम्मेदारी तय की गई और तत्काल प्रभाव से वेतन कटौती का आदेश जारी किया गया। जिला प्रशासन ने साफ किया है कि गहन पुनरीक्षण जैसे संवेदनशील और समयबद्ध कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही बाकी बी.एल.ओ. टीमों को निर्धारित समयसीमा और प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।