रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन में आज एक बड़ा हादसा हो गया। रायसेन स्टेट हाइवे 19 बरेली से स्टेशन पिपरिया को जोड़ने वाली सड़क ग्राम नयागांव का 50 साल पुराना पुल टूट गया। बताया जा रहा है कि पुल पर मरम्मत का काम चल रहा था। इस हादसे में एक मजदूर और चार बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, पुल का तकरीबन 50 फीट हिस्सा गिरा है। इस दौरान पुल के ऊपर से गुजर रहीं दो मोटरसाइकिलें नीचे जा गिरीं। एक मजदूर और बाइक सवार चार लोग घायल हो गए। सभी को बरेली सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया। घायलों में एक मोटरसाइकिल पर जैत (सीहोर) के निवासी सवार थे, जबकि दूसरी मोटरसाइकिल पर बरेली के धोखेड़ा निवासी थे।

घायलों को सिर-हाथ और पैर में गंभीर चोट लगी है। सभी को भोपाल एम्स अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी, एसडीओपी और तहसीलदार सहित स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया। रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि पुल का निर्माण 1980 में हुआ था। पुल की लंबाई करीब 120 फीट है और चौड़ाई 25 फीट है। स्टेट हाईवे पर बना यह पुल रायसेन जिले के बरेली और पिपरिया को जोड़ता है।

घटना को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिवार में कहा कि निर्माण कार्य चलने के बावजूद पुल पर ट्रैफिक नहीं रोका गया। इसे डायवर्ट भी नहीं किया गया। ये गंभीर मामला है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि रोड टूट रही हैं, पुल गिर रहे हैं। ये सरकार में भ्रष्टाचार का उदाहरण है। केंद्रीय कृषि मंत्री के क्षेत्र में ऐसी घटना हो रही है ये सरकार के सुशासन पर सवाल खड़े करता है।

ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल कई वर्षों से क्षतिग्रस्त था। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि पुल के नीचे बीते आठ दिन से मरम्मत का कार्य चल रहा था। मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि मरम्मत का काम चलने के बावजूद भी MPRDC द्वारा मार्ग को बंद नहीं किया गया, जिससे पुल के ऊपर से भारी वाहनों का आवागमन जारी रहा। 

ग्रामीणों का कहना है कि जब पुल पर काम चल रहा था, तो भारी वाहनों को निकलने की अनुमति क्यों दी गई? मजदूरों को बगैर किसी सुरक्षा के पुल के नीचे काम करने के लिए क्यों लगाया गया था? ग्रामीणों का मानना है कि अगर काम कर रहे मजदूर दब जाते, तो इसका जिम्मेदार कौन होता?