भोपाल। देश समेत प्रदेश में भी कोरोना के मामले सुरसा के मुंह की तरह बेतहाशा बढ़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कुल 12,762 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। लाखों लोग इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी का गंदा खेल भी जारी है। इस बीच प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। गृह मंत्री ने कड़े शब्दों में कहा है कि दवा की ब्लैक मार्केटिंग करने वालों की संपति सरकार राजसात करेगी।

दवाओं की कालाबाजारी करने वालों को अब कतई बख्शा नहीं जाएगा। कालाबाजारी करने वालों की संपत्तियां जब्त करके उन्हें जेल भेजा जाएगा। चंद लोग मरीजों की जिंदगियों से खिलवाड़ करते हुए आपदा में भी अवसर पाने की फिराक में हैं। कोरोना इलाज में लगने वाली दवाओं की कालाबाजारी हो रही है। अब सरकार ने दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कोरोना में कारगर दवा रेमेडिसविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी के कई मामले सामने आए हैं। जिसके बाद इस कालाबाजारी को रोकने के लिए सरकार ने टास्क फोर्स का गठन भी किया है। यह टास्क फोर्स ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमेडीसविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को रोकने का काम करेगी। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

प्रदेश में 12,762 नए केस मिले हैं, वहीं राहत की बात है कि संक्रमितों से ज्यादा मरीज एक दिन में ठीक हुए हैं। 13,363 मरीजों की ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी हुई है। वहीं एक्टिव केसों की संख्या में 696 की कमी आई है। पिछले 24 घंटे में राज्य में 95 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। वहीं पॉजिटिविटी रेट 21 फीसदी है। वहीं प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 7 मई तक रखने का फैसला लिया गया है, जबकि भोपाल में कोरोना कर्फ्यू 10 मई तक बढ़ा दिया गया है।