भोपाल।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए देश में 21 दिनों का टोटल लॉकडाउन घोषित किया है। इस दौरान परिवहन के साधन बंद है। ऐसे में घर के बाहर फंसे लोगों को लौटा लाने के लिए प्रशासन को सक्रिय किया गया है।

मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समाज के ऐसे वर्ग, खासकर ऐसे श्रमिक, जो कार्य के लिए अन्य स्थानों पर गए, विवश हैं और अब अपने घर लौटना चाहते हैं, उनकी सहायता के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक अधिकारी को नामांकित कर यह दायित्व सौंपा जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने पीपीई किट्स और रोग  संक्रमण की जांच के लिए उपचार विधियों को पूरी क्षमता से उपयोग में लाने का आग्रह किया। हर हालत में सोशल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखा जाए।

बैठक में बताया गया कि ऐसे लोग जो  लॉक डाउन में कही फँस गए हैंउनकी पूरी मदद की जाएगी। इस संबंध में 104 और 181 नम्बर पर मदद के लिए फ़ोन किया जा सकता है। इसी तरह यदि प्रदेश के बाहर कही  लोग फँसे हैं तो 0755-2411180 पर फ़ोन कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। उनकी पूरी मदद की जाएगी।  ये सभी राज्य कंट्रोल रूम, भोपाल के फोन नम्बर है।

वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने के प्रयास

प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि इस रोग की जांच और इलाज के सभी कार्य जिलों में चल रहे हैं। संभागों तक थ्री लेयर मास्क पहुँचाए गए हैं। जिलों में 3 लाख से अधिक मास्क पहुंच गए हैं। यह कार्य निरंतर चलेगा। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला ने जानकारी दी कि राज्य में वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मेडिकल कालेज और बड़े निजी अस्पताल को अधिकृत कर उपचार का कार्य किया जा रहा है। इनमें अधिक क्षमता से कार्य होगा। अतिरिक्त रूप से आवश्यक बेड की व्यवस्था भी की जा रही है।