भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में दलबदल का खेल जारी है। कांग्रेस पार्टी के अवसरवादी नेता लगातार पाला बदल रहे हैं। इसी क्रम में भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जररिया के बसपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है।



देवाशीष जरारिया ने बुधवार को अपना इस्तीफा पत्र जारी कर कांग्रेस पार्टी पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने इस्तीफा में लिखा है कि गहन विचार-विमर्श और पार्टी द्वारा हाशिए पर धकेले जाने के बाद लगता है कि समय कठोर निर्णय लेने का है। 2019 में पार्टी ने मुझे भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। हारने के बाद कोई उम्मीदवार क्षेत्र में वापस लौट कर नहीं जाता, लेकिन पार्टी को मजबूत करने की लगन थी तो खुद को पूरी तरह झोंक दिया। निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आने के बाद भी आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हुए, संघर्ष जारी रखा। प्रदेश के वरिष्ठ नेतृत्व ने कहा कि अगले लोकसभा की तैयारी करो तुम्हे फिर मौका देंगे। 





देवाशीष ने लिखा है कि पांच साल जब क्षेत्र में संघर्ष की बात थी तो कोई नहीं था, लेकिन जैसे ही वर्तमान लोकसभा चुनाव आए तो मेरा टिकट काट दिया गया। उसके बाद पार्टी ने संगठन में जिम्मेदारी देने की बात कही गई। जोकि आज दिनांक तक भी पूरी नहीं की गई। टिकट कटने के बाद से ही न तो प्रदेश संगठन के बड़े नेताओं ने कोई बात की और न प्रत्याशी ने, क्षेत्र के कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जा रहा है। मैंने एक माह इंतजार किया लेकिन जहाँ मान सम्मान नहीं है उस जगह को छोड़ देना ही उचित है। अतः में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।



बता दें कि इस बार भिंड-दतिया संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने भांडेर विधायक फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद से ही देवाशीष कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे। बहरहाल, देवाशीष के इस्तीफे के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं।