भोपाल। एक बार फिर मध्यप्रदेश के करीब 56 हजार पुलिसकर्मियों को वीकली ऑफ की आस बंधी है। सरकार उन्हें वीकली ऑफ देने पर विचार कर रही है। इस बारे में आगामी विधानसभा सत्र में प्रस्ताव लाने की तैयारी है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने इस बात की जानकारी ट्वीटर पर दी है।



गृह मंत्री ने लिखा है कि पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने के लिए शिवराज सरकार अगले सत्र में प्रस्ताव लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि वीक ऑफ बहुत जरूरी है ताकि पुलिस विभाग के कर्मचारी भी अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें, अपने घर-परिवार को समय दे सकें।



 





अगर पुलिसकर्मियों को वीकली ऑफ देने का फैसला होता है तो केवल भोपाल में ही एक दिन में करीब 650 पुलिसकर्मी रोज छुट्टी पर रहेंगे। भोपाल में करीब 4500 पुलिसकर्मी फील्ड ड्यूटी पर रहते हैं। वहीं प्रदेश में 56 हजार में से करीब 8 हजार पुलिसकर्मी छुट्टी पर रहेंगे। मध्य प्रदेश में पहले से ही पुलिस बल की कमी है। एक लाख व्यक्तियों पर केवल 139 पुलिसकर्मी ही हैं। 



हाल ही में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कोरोना वॉरियर पुलिसकर्मियों के सम्मान समारोह में शामिल हुए थे। कार्यक्रम में नरोत्तम मिश्रा ने पुलिसकर्मियों के लिए यह खुशखबरी सुनाई। दरअसल सातों दिन काम करने का पुलिसकर्मियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है। कई जवान गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। लगातार काम पर जाने से उनकी मेंटल हेल्थ पर भी असर होता है। जिसके मद्देनजर पुलिसकर्मियों को वीकली ऑफ देने पर विचार किया जा रहा है। नियम और मानवीय आधार पर पुलिस कर्मचारियों को भी साप्ताहिक अवकाश मिलना चाहिए। जिससे वे ईमानदारी से ड्यूटी कर सकें।



गौरतलब है कि 26 जनवरी 2020 को कांग्रेस के कार्यकाल में कमलनाथ सरकार ने पुलिस विभाग के कर्मचारियों को हफ्ते में एक दिन छुट्टी देने की घोषणा की थी। जिसका पालन केवल एक महीने ही हो सका था, लेकिन बाद में स्टाफ की कमी और रोस्टर पालन नहीं होने की वजह से पुलिसकर्मियों के वीकली ऑफ पर रोक लगा दी गई थी। अब एक बार फिर मध्य प्रदेश पुलिस को साप्ताहिक अवकाश देने का प्रस्ताव चर्चा में है। देखना होगा कि इस बार इस प्रस्ताव पर किस हद तक अमल हो पाता है।