भोपाल। राजभवन में आयोजित शिवराज कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में मप्र की भाजपा सरकार अपने ही आदेश की धज्जियां उड़ाती नजर आई। एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभागार में सोशल डिस्‍टेंसिंग रखी गई थी। सभागार में बैठे मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्‍यमंत्री उमा भारती, भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत ने मास्‍क लगा रख हैं। लेकिन शपथ ग्रहण करते और उसके बाद भी किसी मंत्री ने मास्‍क नहीं लगाया। शपथ ग्रहण के बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक में सभी मंत्री मास्‍क लगा कर पहुंचे। कांग्रेस ने इस आपत्ति जताते हुए कहा है कि फैशन के कारण मंत्रियों ने मास्‍क नहीं लगाया और सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ा दी।





गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 10 अप्रैल को आदेश जारी कर पब्लिक हेल्थ एक्ट की धारा 71 (1) के तहत पूरे प्रदेश में मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। इसके तहत अब लोग घर से बाहर बिना मास्क के नहीं निकल सकेंगे। जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। खुद प्रधानमंत्री मास्‍क लगाने का बार-बार आह्वान कर चुके हैं। कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान मास्क पहनना हर नागरिक के लिये अनिवार्य है। लेकिन आज मंत्रिमंडल गठन के दौरान आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज से लेकर मंत्रियो तक ने मास्क नहीं पहना। कांग्रेस प्रवक्तात नरेंद्र सलूजा ने तो नियमों के उल्लंघन पर सभी पर प्रकरण दर्ज करने और कार्रवाई करने की मांग कर दी है। 





 



कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 से वास्तविक संघर्ष करने वाले योद्धा तो शहादत दे रहे हैं,शपथ समारोह में शामिल ये राजनैतिक योद्धा फैशन परेड के चलते बिना मास्क लगाए (बिना मास्क 1 साल की सजा का प्रावधान है)! ये लड़ेंगे कोरोना से..दूसरों को तो मत मारिये,जनाब!