भोपाल। बीजेपी के एक कद्दावर नेता थे दिलीप सिंह जूदेव। केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जूदेव एक स्टिंग ऑपरेशन में 9 लाख रुपए रिश्वत लेते दिखे थे। उन्होंने तब एक डायलॉग बोला था "पैसा खुदा तो नहीं, पर खुदा की कसम, खुदा से कम भी नहीं"। कांग्रेस का आरोप है कि अब जूदेव के रास्ते पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चल पड़े हैं।



मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पैसे से बड़ा कोई नहीं है, पैसा है तो ही इज्जत होती है.. पैसा नहीं हो तो कोई नहीं पूछता। अब यह सच्चाई है, तो है। दरअसल, सीएम चौहान सोमवार को भोपाल के वल्लभ भवन के सामने भीमनगर झुग्गी बस्ती में लगे लाडली बहना के पंजीयन शिविर में पहुंचे थे। इस दौरान भोपाल कलेक्टर अविनाश लवनिया की मौजूदगी में वे खुद ही महिलाओं के पंजीयन के पर्चे भरने लगे औक महिलाओं को कंविंस करने के दौरान उन्होंने यह बात कही है। कांग्रेस का आरोप है कि सीएम के इस बयान से उनके चरित्र की असलियत सामने आ गयी है।





सीएम चौहान के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद कमलनाथ ने मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट किया, 'पैसा ख़ुदा तो नहीं, लेकिन ख़ुदा की क़सम ख़ुदा से कम भी नहीं" की अपार सफलता के बाद बीजेपी का नया ज्ञान। शिवराज सिंह ने कहा "पैसे से बड़ा कुछ नहीं। सच्चाई है तो है।" सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता।'



मुख्यमंत्री शिवराज चौहान सरकारी कर्मचारियों के द्वारा लाडली बहना के रजिस्ट्रेशन का मुआयना करने भीम नगर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने दो महिलाओं का रजिस्ट्रेशन भी खुद ही किया और कहा कि मेरा वश चले तो मैं ही सबका रजिस्ट्रेशन कर दूं। यही नहीं, उन्होंने गरीब महिलाओं के लिए शुरू की गयी सरकारी योजना के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि को भी बढ़ाने का दावा कर दिया और कहा कि मेरे हाथ में सबकुछ है, इस अवधि को दस मई तक के लिए बढ़ाया जा सकता है।