भोपाल। एमपी प्रवास पर आए बीजेपी नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने आज बीजेपी नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री उमा भारती से उनके बंगले पर मुलाकात की। मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि ' कोरोना के प्रकोप के कारण 90 दिन शांत था लेकिन अब जवाब दूंगा। सिंधिया के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जिस वक्त जनता को ज़रूरत थी, उस समय सिंधिया गायब थे। लेकिन दिग्विजय सिंह उस समय जनता की सेवा में लगे हुए थे।

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि प्रदेश और भोपाल जब विषम परिस्थितियों में घिरा हुआ था तब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मैदान में डटे हुए थे। वे गरीबों की हर संभव सहायता कर रहे थे। उनके सहयोग से कांग्रेस कार्यकर्ता जनता की मदद कर रहे थे। लेकिन उस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश की जनता की सुध तक लेना मुनासिब नहीं समझा। पीसी शर्मा ने सिंधिया से सवाल किया है कि जब जनता को ज़रूरत थी तब सिंधिया कहां थे ?

कांग्रेस की सरकार गिराने में सबसे बड़ा किरदार अदा करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरे कोरोना काल में प्रदेश के पूरे परिदृश्य से गायब रहे। उनके क्षेत्र में भी इसी दौरान गुमशुदगी के पोस्टर भी लगे थे। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले तक ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में ही थे। कोरोना काल में सिंधिया ने किसी भी प्रकार का अपने क्षेत्र तक की जनता के साथ कोई संवाद स्थापित नहीं किया।

व्‍यापमं और सिंहस्‍थ घोटाले की जांच करवा लें सिंधिया

उमा भारती से मिलने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की कमल नाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचारी करार दिया था। इसके जवाब में पीसी शर्मा ने बीजेपी कार्यकाल के दौरान उजागर हुए व्यापमं और सिंहस्थ घोटाले की याद दिलाते हुए कहा कि इन घोटालों की जांच कराने पर असली भ्रष्टाचारी का पता चल जाएगा।