इंदौर। भारतीय रेलवे हर दिन भारी संख्या में ट्रेनें संचालित करता है। जो एक शहर से दूसरे शहर तक चलाई जाती है। इससे प्लेटफार्म पर यात्रियों की मौजूदगी भी ज्यादा रहती है। रेलवे कभी-कभी ट्रेन के प्लेटफॉर्म अंतिम समय पर अचानक से बदल देता हैं। मध्य प्रदेश के रतलाम रेल मंडल ने गुरुवार को इंदौर रेलवे स्टेशन से जाने वाली 8 ट्रेनों के अचानक प्लेटफार्म बदल दिए गए।
इसकी वजह से एक साथ काफी यात्री परेशान हो गए। इस दौरान एक व चार नंबर प्लेटफॉर्म से पांच और छह नंबर प्लेटफॉर्म जाने के लिए ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने यात्रियों से 100 से 200 रुपए तक वसूल कर किए। रेलवे ने इस बारे में पहले से किसी को सूचना नहीं दी। हालांकि यात्रियों की सुविधा के लिए चार नंबर प्लेटफॉर्म पर कुछ टीसी को प्लेटफॉर्म की सही जानकारी देने के लिए खड़ा कर रखा था। साथ ही रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध है कि यात्रा से पूर्व स्टेशन पर प्रदर्शित टीवी स्क्रीन, सूचना पट्ट एवं उद्घोषणा पर ध्यान देकर अपना प्लेटफॉर्म सुनिश्चित करें।
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यात्री सुविधा एवं बेहतर परिचालनिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रतलाम मंडल ने इंदौर रेलवे स्टेशन से शुरू होने वाली 8 ट्रेनों के प्लेटफॉर्मों में बदलाव किया था। यह परिवर्तन तत्काल प्रभाव से अर्थात 14 अगस्त से लागू किया गया। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म में अचानक परिवर्तन करने से गुरुवार शाम को सबसे ज्यादा परेशानी इंदौर-बरेली और इंदौर-नई दिल्ली के यात्रियों को उठाना पड़ी। इंदौर-बरेली साप्ताहिक ट्रेन है, जो प्रत्येक गुरुवार को पांच नंबर प्लेटफार्म से शाम 4:45 बजे रवाना होती है, लेकिन इसका प्लेटफॉर्म बदलकर तीन नंबर प्लेटफॉर्म किया गया।
वहीं नई दिल्ली जाने वाले यात्री अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि मैं घर से एप पर प्लेटफॉर्म देखकर ही निकला था। एप पर चार नंबर प्लेटफॉर्म ही बता रहा था, यहां आकर पता चला कि पांच नंबर प्लेटफॉर्म से रवाना होगी। अब ऑटो व ई-रिक्शा वाले बहुत ज्यादा रुपए मांग रहे हैं। इसी प्रकार बरेली जाने वाले ऋषभ तिवारी ने बताया कि रेलवे को पहले से प्लेटफॉर्म बदलने की जानकारी देना चाहिए। अब परिवार और सामान लेकर जाने में बहुत परेशानी हो रही है।