बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के रूपझर थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। घटना कटेझिरिया के घने जंगलों में रात करीब 11 से 12 बजे के बीच हुई। पुलिस की सर्चिंग टीम को संदिग्ध गतिविधियों के दौरान पांच नक्सली दिखाई दिए थे। इसके बाद जैसे ही नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को देखा वैसे ही उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिससे जंगल में देर रात तक गोलीबारी की आवाजें गूंजती रहीं थी।
एएसपी आदर्शकांत शुक्ला के अनुसार, इस मुठभेड़ में अब तक किसी भी पक्ष के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, गोलीबारी के बाद नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल के भीतर भाग निकले। पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और जंगल में सघन सर्चिंग अभियान जारी है। अतिरिक्त सुरक्षाबलों की टुकड़ियां मौके पर तैनात कर दी गई हैं ताकि नक्सलियों के संभावित ठिकानों की तलाश की जा सके।
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यह वही कटेझिरिया का जंगल है जहां कुछ महीने पहले बीते 14 जून को सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए चार इनामी नक्सलियों को ढेर किया था। मारे गए नक्सलियों में 14-14 लाख रुपए की इनामी रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी (पति चंदू उर्फ देवचंद), रवि, तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला और सुमन शामिल थे। यह कार्रवाई बालाघाट पुलिस और एंटी नक्सल ऑपरेशन टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी गई थी।
इसके अलावा बीते 1 नवंबर को तीन राज्य, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की मोस्ट वांटेड नक्सली सुनीता आयाम ने भी आत्मसमर्पण किया था। सुनीता पर 14 लाख रुपए का इनाम था और उसका सरेंडर नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा गया था।
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देशभर में लगातार हो रही इन घटनाओं से साफ है कि बालाघाट जिले का यह इलाका अब भी नक्सली गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि इलाके में नक्सलियों की हर हरकत पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल लगातार सक्रिय हैं।