भोपाल। कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर राशन माफिया के खिलाफ कार्रवाई के मामले में दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि हाल ही में पुलिस के हत्थे चढ़े तीन राशन माफियाओं में से एक के खिलाफ शिवराज सरकार ने रासुका के तहत कार्रवाई इसलिए नहीं की, क्योंकि उसकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी तस्वीरें सामने आ गईं।



कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्वीट को रीट्वीट करते हुआ कहा, 'शिवराज जी, इंदौर में पकड़ाये राशन माफिया प्रमोद दहीगुणे के घोटाले सामने आने के बाद उन पर प्रशासन ने पत्रकार वार्ता लेकर रासुका लगाने की घोषणा की थी लेकिन आरोपी के RSS से जुड़े फ़ोटो सामने आने के बाद रासुका की कार्यवाही रोक दी गयी ?यह है आपका माफिया अभियान।'





दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में पकड़े गए एक राशन माफिया के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर कहा था कि राशन की कालाबाज़ारी करने वाले अब मध्य प्रदेश में चैन से नहीं रह पाएंगे। गरीब जनता का अधिकार छीनने वालों से हम लगातार सख्ती से निपट रहे हैं। जबलपुर में राशन की कालाबाज़ारी करने वाले व्यापारियों की संपत्ति नीलाम कर वसूली की जा रही है। ज़िला प्रशासन की टीम को इस कार्रवाई के लिए बधाई!



हाल ही के दिनों में प्रदेश में राशन की कालाबाज़ारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान तीन राशन माफियाओं प्रमोद दहीगुडे, भरत दवे और श्याम दवे को पुलिस ने पकड़ा। ये सभी बड़े स्तर पर राशन की कालाबाज़ारी कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा आरोप लगा रहे हैं कि तीनों माफियाओं में से एक प्रमोद दहीगुड़े पर रासुका के तहत कार्रवाई इसलिए नहीं की है, क्योंकि वह आरएसएस से जुड़ा हुआ है।