शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में एक बैठक के दौरान जनपद अध्यक्ष को कुर्सी के लिए नहीं पूछना कलेक्टर को उस वक़्त भारी पड़ गया जब जनपद अध्यक्ष ने कलेक्टर की क्लास लगा दी। जनपद अध्यक्ष ने इस पर आपत्ति जताते हुए भरी सभा में कलेक्टर को कहा कि जब जनप्रतिनिधियों के लिए कुर्सी नहीं होती तो आप बुलाते क्यों हो। इस दौरान माहौल को बिगड़ता देख स्थानीय सांसद ने जनपद अध्यक्ष को सम्मान के साथ अपने पास बैठाया।

बताया जा रहा है मंगलवार को शिवपुरी कलेक्टर ने जिला मुख्यालय स्थित सभागार में जिले के सभी विभाग प्रमुखों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता स्थानीय सांसद कर रहे थे जिसमें जिला व जनपद पंचायत के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया था। बैठक में विलंब से पहुंचने के कारण कांग्रेसी जनपद अध्यक्ष पारमसिंह रावत को कुर्सी नहीं मिली और उन्हें किसी ने बैठने के लिए भी नहीं पूछा। इसके बाद वह कलेक्टर पर भड़क गए और तत्काल उनकी क्लास लगा दी।

हालांकि इस दौरान सिंधिया को हराकर चर्चा में आए स्थानीय सांसद केपी यादव ने तत्काल जनपद अध्यक्ष के लिए कुर्सी की व्यवस्था की और सम्मान के साथ अपने पास बैठाया। इसके बाद भी जनपद अध्यक्ष और कलेक्टर में हल्की तू-तू, मैं-मैं हुई जब कलेक्टर ने यह कहा कि आप विलंब से आए इस वजह से कुर्सी नहीं मिली। मैने 12 बजे मीटिंग रखी थी और उस वक़्त सभी कुर्सियां खाली थीं इसके जवाब में जनपद अध्यक्ष ने कहा कि मैं समय से आया था लेकिन आप ही किसी दूसरी बैठक में व्यस्त थे।

जनपद अध्यक्ष पारमसिंह रावत का कहना है कि वह ठीक समय यानी 12 बजे आने के बाद लौटकर चले गए थे क्योंकि मीटिंग शुरू नहीं हुई थी। इसके एक घंटे बाद वह वापस आए तो मीटिंग शुरू हो चुकी थी और उन्हें किसी ने  बैठने के लिए जगह नहीं दी। यह प्रशासन की गलती है। बताया जा रहा है कि सांसद केपी यादव के विलंब से आने के कारण बैठक देर से शुरू हुई थी।