भोपाल।

शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात को 9 बजे चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री की शपथ ली थी। कांग्रेस के 22 विधायकों के बगावत करने और सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाई है।

सदन में विश्‍वास मत के दौरान कांग्रेस विधायक उपस्थित नहीं हुए। वे कोरोना महामारी के बावजूद सदन आहुत करने का विरोध कर रहे थे। शिवराज सरकार के विश्‍वास प्रस्‍ताव को भाजपा के अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया।

 

प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालते ही चौहान एक्शन मोड में आ गए। उन्होंने सबसे पहले कोरोना वायरस के मद्देनजर वल्लभ भवन में प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों एवं केन्द्र से आए उच्च अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की और इससे निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।