ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आवारा कुत्तों का आतंक नहीं थम रहा है। शहर के नौगांव इलाके में साढ़े तीन साल के एक मासूम पर हिंसक स्ट्रीट डॉग ने हमला कर दिया। 3 साल का अभिमन्यु अपने घर के बाहर खेल रहा था इसी समय कुत्ते ने उसपर हमला कर दिया। कुत्ते ने बच्चे के चेहरे, पेट और कई हिस्सों को बुरी तरह नोंच डाला। बच्चे की हालत इतनी गंभीर थी कि उसे 40 टांके लगाने पड़े और कई सर्जरी करनी पड़ी।
जब कुत्तों ने अभिमन्यु पर हमला किया तब चीखें सुनकर उसकी मां घर से बाहर दौड़ीं। उन्होंने देखा कि कुत्ता बच्चे को लगातार काट रहा है। शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे और बड़ी मुश्किल से मासूम को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद परिजन तुरंत उसे जयारोग्य सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने एंटी-रेबीज इंजेक्शन दिए और सर्जरी की।
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अभिमन्यु के दादा राधेश्याम दीक्षित ने बताया कि उनके मोहल्ले में 8-10 आवारा कुत्तों का आतंक है। उन्होंने डेढ़ महीने पहले सीएम हेल्पलाइन और नगर निगम से शिकायत भी की थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से बच्चे की जान पर बन आई।
यह समस्या सिर्फ एक मोहल्ले तक सीमित नहीं है। ग्वालियर शहर की सड़कों पर आवारा कुत्ते झुंड में घूमते हैं और आए दिन लोगों पर हमला करते हैं। आलम यह है कि रात ही नहीं दिन में भी लोगों में इन कुत्तों का खौफ रहता है। जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल दोनों जगह रोजाना मिलाकर 200 से ज्यादा लोग डॉग बाइट का शिकार होकर पहुंच रहे हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं।
नगर निगम का दावा है कि आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई नियमित होती है। लेकिन डॉग बाइट के बढ़ते आंकड़े और सड़कों पर खुलेआम घूमते कुत्तों के ये झुंड इन दावों की पोल खोल रहे हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि हर दिन सौ से अधिक मरीज उनके अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं।