शहडोल| जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथियों के हमले में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सोमवार सुबह यह हादसा सनौसी और डोडा जंगल में हुआ, जब ग्रामीण पत्तियां तोड़ने के लिए जंगल गए थे। जानकारी के अनुसार, सनौसी गांव के उमेश कोल अपनी पत्नी के साथ जंगल में पत्तियां बीनने गए थे, तभी अचानक बांधवगढ़ की ओर से आए दो जंगली हाथियों ने उमेश को कुचल डाला। उसकी पत्नी किसी तरह भागकर एक पेड़ पर चढ़ गई और गांववालों को आवाज दी, लेकिन जब तक लोग पहुंचे, तब तक उमेश की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वहीं, डोडा जंगल में 45 वर्षीय महिला देवगनिया बैगा भी पत्तियां तोड़ रही थी, तभी हाथियों ने उस पर हमला कर दिया और उसे कुचलकर मार डाला।
घटनास्थल पर पुलिस और वन विभाग की टीमें पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि ये हाथी बांधवगढ़ जंगल से निकलकर बनास नदी पार करते हुए संजय गांधी टाइगर रिजर्व की ओर जा रहे थे। हादसे उसी दौरान हुए। ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में बीते कई महीनों से दो दर्जन से अधिक हाथी घूम रहे हैं, जिनकी निगरानी के लिए वन विभाग ने तीन अलग-अलग टीमें बनाई हैं।
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एसडीओ रेशम सिंह धुर्वे ने पुष्टि की है कि दोनों ग्रामीणों की मौत जंगली हाथियों के हमले से हुई है और मृतकों के परिजनों को तत्काल 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। क्षेत्र में हाथियों की लगातार बढ़ती गतिविधियों से ग्रामीण दहशत में हैं और हाथी-मानव संघर्ष की घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और सरकार को स्थायी समाधान के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी न केवल फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि अब लोगों की जान भी जाने लगी है, जिससे गांवों में डर और गुस्से का माहौल है।