जबलपुर। मंगलवार को प्रदेश के अन्य जिलों की ही तरह जबलपुर में भी कुछ स्थानों पर अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई। लेकिन शहर के फुहारा बाजार को फिलहाल बंद ही रखने का फैसला लिया गया है। जिससे व्यापारियों में खासी नाराजगी देखने को मिली। व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि अन्य बाजारों की ही तरह उनकी दुकानें भी खोलने की परमीशन दी जाए। प्रशासन के खिलाफ सैकड़ों व्यापारियों ने बड़ा फुहारा चौक पर हंगामा किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

व्यापारियों की मानें तो उन्होंने 52 दिनों तक सरकार और जिला प्रशासन के आदेश का पालन किया। नुकसान सहते हुए भी बाजार बंद रखा। लेकिन बावजूद इसके फुहारा बाजार को बंद रखा गया है। व्यापारियों का कहना है कि जबलपुर में भोपाल से भी कम पॉजिटिविटी रेट है, तो यहां बाजार क्यों बंद रखा जा रहा है। बड़ा फुहारा बाजार में सैकड़ों व्यापारियों के हंगामें की खबर पाकर पुलिस-प्रशासन की टीम वहां पहुंची। वहीं जबलपुर विधायक विनय सक्सेना भी प्रशासन का विरोध करते नजर आए।

विधायक ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों की कमर टूट गई है। अब जब राज्य सरकार अनलॉक कर रही है तब जबलपुर कलेक्टर शहर के चुनिंदा बाजारों को खोल रहे हैं। मंगलवार को बाजारों में व्यापारियों ने कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी करते हुए जमा हो गए और हंगामा किया। शहर के सबसे बड़े बाजार बड़ा फुहारा को बंद रखने के आदेश के खिलाफ सैकड़ों व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।  

दरअसल जबलपुर में नगर निगम और केंटोमेंट इलाकों की छोटी दुकानें खोलने की परमिशन दी गई है। लेकिन घनी बस्ती में स्थित बाजारों, शॉपिंग काम्प्लेक्स की दुकानें को खोलने की अनुमति नहीं है। इस पर फैसला 7 जून को लिया जाएगा। रिपेयरिंग शॉप, ड्राई क्लीनिंग शॉप, स्टेशनरी, चश्मे की दुकान, फोटोकापी और निर्माण कार्यों से जुड़े सामान की दुकानें, फल और जूस की दुकानें, मिठाई, बेकरी शॉप, फुटकर किराना दुकान खुली। जबकि होलसेल मार्केट में नियमानुसार सख्ती जारी रहेगी।