झांसी। मध्य प्रदेश के झांसी में रविवार देर रात पुलिस और दो वांछित आरोपियों के बीच हुई मुठभेड़ में बड़ा अपडेट सामने आया है। बीते 13 नवंबर को हुई हत्या के मामले में वांछित विनोद यादव और सचेन्द्र उर्फ चच्चा को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के पैरों में गोली लगने के बाद उन्हें दबोचा गया। इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था और कई जिलों की पुलिस इनकी तलाश में थी।

रविवार रात कोतवाली पुलिस टीम नियमित जांच और वांछित अपराधियों की खोज में निकली थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि निवाड़ी के रहने वाले दोनों आरोपी नगरिया कुआं से हाईवे की ओर जाने वाले मोड़ पर मौजूद हैं और फरार होने की कोशिश में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही दोनों आरोपी झाड़ियों की ओर भागने लगे। पुलिस ने उन्हें रुकने की चेतावनी दी लेकिन आरोपियों ने तमंचे से फायरिंग कर दी।

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जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी निशाना साधा और दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी जिससे वे मौके पर ही गिर पड़े। उन्हें तुरंत हिरासत में लेते हुए इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मुठभेड़ के बाद आरोपियों के पास से 315 बोर के दो देसी तमंचे, दो खोखा और चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। जांच में स्पष्ट हुआ कि यह दोनों आरोपी शिव परिवार कॉलोनी में रमेश प्रजापति की हत्या में शामिल थे। इस मामले का तीसरा आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू अभी भी फरार है जिसके लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

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गिरफ्तार आरोपी विनोद यादव के खिलाफ झांसी में हत्या, आर्म्स एक्ट और मुठभेड़ सहित दो मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, टीकमगढ़ के निवाड़ी के रहने वाले सचेन्द्र उर्फ चच्चा पर झांसी में हत्या, गैंगस्टर एक्ट, चोरी और आर्म्स एक्ट जैसे आठ गंभीर मामले दर्ज हैं। दोनों की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। यह पूरी कार्रवाई एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, आईजी झांसी आकाश कुलहरि और एडीजी कानपुर जोन आलोक सिंह की निगरानी में की गई। पुलिस अब फरार तीसरे आरोपी और घटनाक्रम से जुड़े अन्य तारों की जांच में जुटी हुई है।

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