लॉकडाउन के दौरान भी मध्यप्रदेश में बलात्कार की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। छतरपुर जिले में एक चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर आरोपी ने शव को कुएं में फेंक दिया। जनता में गुस्‍सा है कि स्थानीय पुलिस तीन दिन की शिकायतों के बाद पहुंची। इस मामले पर लापरवाही बरतने वाले नौगांव टीआई को निलंबित कर दिया गया है। घटना का खुलासा होने के बाद सागर रेंज के आईजी अनिल शर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसपी ने अज्ञात आरोपी पर 10 हजार का इनाम घोषित करते हुए गिरफ्तारी के लिए 14 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार में लॉकडाउन के दौरान भी चोरी, हत्या, दुष्कर्म, गैंगरेप व लूट की घटनाएं नहीं रुक रही है। उन्होंने सरकार से दोषियों पर कार्यवाही व पीड़ित परिवार को मदद करने की मांग की है।



छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत वनगाय गांव के ग्रामीणों ने कुएं में जब बच्ची के शव को तैरते हुए देखा तो उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस थाने में दी। बताया जा रहा है कि सूचना देने के 48 से 72 घंटे बाद तक प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी घटना स्थल पर नहीं आया। बच्ची के पिता ने स्थानीय टीआई बैजनाथ पर बातचीत के दौरान उल्टे उन्हें ही गाली देने करने का आरोप लगाया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने शव को बाहर निकाला जिसके बाद पोस्टमार्टम में मृत्यु के पहले बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि हुई है।





मामले पर छतरपुर के पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है। लापरवाही के आरोपी टीआई को निलंबित कर दिया गया है। घटना पर विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर चुप्पी साधने के आरोप लगाए हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसे शर्मसार करने वाली घटना बताया है। 



उन्होंने ट्वीट कर कहा, ' शिवराज सरकार में लॉकडाउन में भी दुष्कर्म , गैंगरेप , हत्या , चोरी , लूट की घटनाएँ रुक नहीं रही है। छतरपुर के नौगाँव में एक मासूम बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना शर्मसार करने वाली है। मासूम बच्चियाँ भी सुरक्षित नहीं? जो लोग विपक्ष में इस तरह की घटनाओं पर मासूम बच्चियों को लेकर धरना देते थे , आज सत्ता में आते ही ऐसी घटनाओं पर मौन क्यों है ? दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो, लापरवाहों को दंडित किया जाए व पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाए।