भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में रार बढ़ती नजर आ रही है। राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्टर्स लगाए जाने को लेकर सियासी बवाल बढ़ गया है। कांग्रेस इस मामले में एफआईआर की मांग को लेकर चुना भट्टी थाने में धरने पर बैठ गई है।



दरअसल, शुक्रवार सुबह भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्टर्स लगे मिले थे।इन पोस्टरों में कमलनाथ को वांटेड बताया गया था। पोस्टर में वांटेड "करप्शन नाथ" लिखा हुआ था साथ ही पोस्टर के उपर एक बार कोड भी था। इस कोड से पहले लिखा है, करप्शन नाथ के कांड जानें, और जब इस कोड को स्कैन किया जाता है तो एक वीडियो प्ले हो जाता है...जिसमे 15 महीने के कांग्रेस सरकार पर घोटाले के आरोप लगाए गए हैं।





मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ कि छवि खराब करने के लिए बीजेपी ने ऐसा किया है। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले की जांच और एफआईआर की मांग को लेकर चुना भट्टी थाने पहुंचा। यहां पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने से इंकार करने पर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। मौक पर पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा भी मौजूद हैं।



इससे पहले कमलनाथ ने भी पीसीसी मुख्यालय में मामले पर प्रतिक्रिया दी थी। कमलनाथ ने कहा कि, "हमारे देश में सबसे भ्रष्ट प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश की है। सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। वह मुझे नीचा दिखाना चाहते हैं लेकिन वह मुझे कभी नीचा नहीं दिखा पाएंगे। मुझ पर राजनीतिक जीवन में एक भी आरोप नहीं लगे। भारतीय जनता पार्टी का हर एक नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है। प्रदेश में जब तक भ्रष्टाचार नहीं हो सकता जब तक मुख्यमंत्री उसमें भागीदार ना हो। मुझे भारतीय जनता पार्टी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं जनता मेरी गवाह है।"