भोपाल। गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया था। इसके जवाब में BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कमल नाथ को पत्र लिखकर कहा है कि देश भर में अब तक 105 राज्य सरकारों को गिराने वाली कांग्रेस को लोकतंत्र की हत्या की बात नहीं करनी चाहिए। वीडी शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के संबंध में कमल नाथ को खुद आत्मावलोकन करने की सलाह दी है।

अपने पत्र में वीडी शर्मा ने कहा है कि अगर कमल नाथ ने पूर्व कांग्रेसी विधायकों की सुध ले ली होती आज प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस की यह दुर्दशा नहीं होती। वीडी शर्मा ने कोरोना के मसले पर कमल नाथ को घेरते हुए कहा कि जब प्रदेश में कोरोना अपनी जड़े जमा रहा था तब कमल नाथ आईफा कराने में व्यस्त थे। ज्ञात हो कि कमल नाथ ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा था कि जब देश और प्रदेश में कोरोना से लड़ रहा था उस समय उनकी पार्टी ( बीजेपी ) प्रदेश की चुनी हुई सरकार को गिराने में व्यस्त थी।

प्रधानमंत्री को प्रिय कहना असंस्कारी 
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कमल नाथ को कहा है कि पत्र में प्रधानमंत्री को प्रिय संबोधित करना असंस्कारी है। वीडी शर्मा के मुताबिक प्रधानमंत्री को प्रिय कह कर संबोधित नहीं किया जा सकता। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जैसी गरिमापूर्ण पद पर स्थापित किसी व्यक्ति को आदरणीय अथवा सम्माननीय से ही संबोधित किया जाना चाहिए। 

कांग्रेस ने जताई आपत्ति 
कांग्रेस ने वीडी शर्मा के पत्र पर घोर आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने वीडी शर्मा को करारा जवाब देते हुए आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि शर्मा के पत्र में वर्तमान विषयों से कोई सरोकार नहीं है। शर्मा ने असली विषय का जबाव न देकर, विषयांतर होने के लिए इतिहास और भूगोल की सहायता ली है। कांग्रेस ने शर्मा द्वारा लिखे पत्र पर कहा है कि कमल नाथ ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है, वीडी शर्मा को नहीं। चूंकि प्रधानमंत्री स्वयं एक पढ़े लिखे व्यक्ति हैं इसलिए वे खुद पत्र का जवाब दे सकते हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री को प्रिय कहना गुनाह है ? कांग्रेस ने शर्मा को नसीहत देते हुए कहा है कि वैसे भी यह पत्र दोनों का आपसी मामला है, इसमें किसी तीसरे को पड़ने की आवश्यकता नहीं है।