भोपाल। मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव की घटना थमी ही थी कि हिंदू संगठनों ने अब इस्लाम के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर दिया है। राजधानी भोपाल, जबलपुर और हरदा में गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद/बजरंग दल ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

राजधानी भोपाल में हिंदू संगठन के लोगों ने पुलिस कमिश्नर को जाकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि, 'पिछले कुछ समय से देशभर में इस्लामिक कट्टरता बढ़ती जा रही है। योजनापूर्वक हिन्दुओं पर हमले किए जा रहे हैं। भगवान श्रीराम के प्रकटोत्सव श्रीराम नवमी पर देशभर में शोभायात्राओं पर पथराव और हमले किए गए । जिसके कारण अनेक स्थानों पर कर्फ्यू लगाना पड़ा। देशभर में तनाव की स्थिति बनी। हिन्दू समाज ने धैर्य रखा जिसके कारण कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई। बाद में कुछ स्थानों पर हनुमान जयंती की शोभायात्राओं पर भी पथराव हुआ।'

हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने कहा कि, 'हिन्दू समाज अपने ही देश में अपने आराध्य देवों की शोभायात्रा नहीं निकाल पा रहा है। हिजाब विवाद के समय भी कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की निर्मम हत्या की गई। अभी हाल ही में नुपुर शर्मा और नवीन जिन्दल के बयान को लेकर जुम्मे की नमाज के बाद मस्जिदों से हमले किए गए। हिन्दू घरों, दुकानों, वाहनों में आग लगा दी गईं। सरकारी सम्पत्तियों और मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस बलों पर भी हमले हुए। बंगाल और केरल सरकार इस्लामी जेहादियों को समर्थन कर रही है।

जबलपुर में हिंदू संगठन के लोगों ने सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदूओं पर हो रहे कथित अत्याचार के खिलाफ विरोध जताया। साथ इस्लामिक कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाने की मांग की। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। बजरंग दल के संयोजक विशाल नामदेव ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथी गृह युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। 

उधर हरदा जिले में भी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने स्वैच्छिक बाजार बंद कर विरोध जताया। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्माचार दीपक राज सोनी ने कहा कि पूरे भारत में जिस प्रकार से मुसलमानों द्वारा उन्माद फैलाया जा रहा है उसके विरोध में बाजार बंद कर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। साथ ही राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा गया है। 

हिंदूवादी संगठनों ने मांग करते हुए कहा कि, 'पिछले दो जुम्मों की नमाज के बाद मस्जिदों से निकली भीड़ पहचान को पहचान कर उन पर NSA के तहत कार्रवाई की जाए। मस्जिदों पर भी निगरानी रखी जाए। लोगों को भड़काने वाले मौलवियों और सेक्युलर नेताओं की पहचान कर उन पर भी रासुका लगाकर जिलाबदर की कार्रवाई की जाए। जिन स्थानों पर हिन्दू अल्पसंख्यक हो गया है वहां पर उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाए।'