जबलपुर। मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर लगे स्टे को लेकर बीजेपी के हमलों का विवेक तन्खा ने करारा जवाब दिया है। कांग्रेस नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए बीजेपी के नेताओं पर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया है। विवेक तन्खा ने आगामी 3 जनवरी को भाजपा नेताओं के खिलाफ हाई कोर्ट में मानहानि का मुकदमा ठोकने का एलान किया है। 

मंगलवार को जबलपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विवेक तन्खा ने बीजेपी के नेताओं पर ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर गलत बयानबाजी करने और कांग्रेस पर निराधार आरोप लगाने को लेकर जमकर हमला बोला। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 1994 में ही पंचायतों में ओबीसी को 24 फीसदी आरक्षण दे चुकी थी। उस दौरान माहाधिवक्ता रहते खुद उन्होंने आरक्षण का बचाव किया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस ओबीसी आरक्षण का ढिंढोरा बीजेपी पीट रही है, उस ओबीसी आरक्षण के लिए कांग्रेस पार्टी ने दो दशक पहले ही रास्ते खोल दिए थे। विवेक तन्खा ने कहा कि मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण संविधान के मुताबिक मिला है। लेकिन बीजेपी संविधान की मुखालिफत कर रही है। 

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विवेक तन्खा ने पत्रकारों से पंचायत चुनावों पर बात करते हुए कहा कि इन चुनावों को रोटेशन पद्धति के आधार पर संपन्न कराया जाना चाहिए था। लेकिन बीजेपी की सरकार इन चुनावों को कांग्रेस के शासन काल में किए गए रोटेशन और परिसीमन को रद्द कर सात वर्ष पुराने नियम के आधार पर करा रही है। जो कि सरासर असंवैधानिक है। 

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कांग्रेस नेता ने कहा कि रोटेशन प्रक्रिया आरक्षण के अनुपालन के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन बीजेपी इसका पालन करने के बजाय उनके ऊपर आरोप लगा रही है कि उनकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण पर स्टे दिया है। जबकि हकीकत इसके बिलकुल विपरीत है। विवेक तन्खा ने कहा कि सरकार ने खुद सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष ठीक से नहीं रखा, जिस वजह से कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण पर स्टे लगा दिया। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी नेता लगातार कानून और कोर्ट की प्रक्रिया का मजाक उड़ाने पर उतारू हैं। इसलिए उन्होंने बीजेपी नेताओं को कानूनी तौर पर ही सबक सिखाने का मन बनाया है। तन्खा ने कहा कि तीन जनवरी को हाई कोर्ट खुल रहा है। इसलिए उसी दिन वे बीजेपी नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे।