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अहमदाबाद। अहमदाबाद में आज रात से 57 घंटे का कर्फ्यू लगाने का एलान कोरोना के मामलों पर काबू पाने के मकसद से किया गया है। लेकिन गुजरात सरकार के इस फैसले ने शहर के उन परिवारों को भारी मुसीबत में डाल दिया है, जिनके यहां अगले दो दिनों में शादी-ब्याह होने हैं। यही वजह है कि इस कर्फ्यू को लेकर लोगों में काफी गुस्सा दिखाई दे रहा है। खबरों के मुताबिक अहमदाबाद में शनिवार को 500 और रविवार को 1200 शादियां होनी हैं, जो अब रद्द करनी पड़ेंगी।

शादी वाले परिवारों के लिए सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि उन्होंने शादी के लिए गार्डन, पार्टी प्लॉट से लेकर सारी ज़रूरी बुकिंग पहले से करा रखी है। शादियों के कार्ड बंट चुके हैं और यहां तक कि करीबी मेहमानों और रिश्तेदारों का आना भी शुरू हो चुका है। ऐसे में पहले से बिना कोई चेतावनी दिए अचानक कर्फ्यू लगाए जाने से तमाम शादियों का मुहूर्त बिगाड़कर रख दिया है।

शादियों के रद्द होने से वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को भी नुकसान होने की आशंका है। खास तौर पर ऐसी हालत में जबकि आठ महीने तक कारोबार ठप रहने के बाद उनका काम किसी तरह शुरू हुआ था। शादियों के इस सीज़न की शुरूआत इसी शनिवार से ही होनी थी। वैसे भी आम तौर पर सबसे ज़्यादा शादियां शनिवार-रविवार को ही होती हैं। ज़ाहिर है इन्हीं दो दिनों में कर्फ्यू लगने से सबको भारी नुकसान हो रहा है।

शादी वाले परिवारों और वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार को कर्फ्यू लगाने से पहले या तो लोगों को पर्याप्त समय देना चाहिए था या फिर लॉग डाउन का समय रात 11 बजे के बाद रखना चाहिए था, ताकि लोग किसी तरह शादियां उससे पहले निपटा लेते। 

उत्तर भारत में इस साल 15, 25 और 29 जून को हजारों शादियां थीं, लेकिन सारे विवाह उत्सव कोरोना की भेंट चढ़ गए। यही हाल अब होने वाला है। नवंबर में 20-21, 26, 30 तारीख के मुहूर्त सबसे ज़्यादा हैं। जिनमें कम से कम दो दिन कर्फ्यू में चले जाएंगे। इसके बाद दिसंबर में 1,2,6,7,,8,9,11 तारीख में मुहूर्त हैं। अगर लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू का सिलसिला यूं ही चलता रहा तो वेडिंग इंडस्ट्रीज को और भी भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।