नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए गंभीर हो गई है। शादी में मिली छूट को वापस लेने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मास्क ना लगाने पर जुर्माने की रकम को बढ़ा दिया है। जिसके बाद अब अगर दिल्ली में कोई व्यक्ति बिना मास्क के दिखाई देता है तो उस पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इससे पहले यह जुर्माना 500 रुपये था, जिसे अब चार गुना बढ़ा दिया गया है।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की। सीएम ने कहा कि कोरोना की स्थिति पर चर्चा करन के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बैठक में कुछ अच्छे सुझाव मिले हैं, जिनपर अमल किया जाएगा। बता दें, बैठक में बीजेपी और कांग्रेस के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे। उन्होंने मुखर होकर अपनी बात रखी।

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने छठ को लेकर सर्वदलीय बैठक में केजरीवाल को एक पत्र सौंपा है। इसमें उन्होंने आग्रह किया कि छठ पूजा के लिए छूट के मुद्दे पर वह दिल्ली हाई कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करे।

बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैंने सभी दलों से एक ही बात कही कि यह समय राजनीति करने का नहीं है यह मुश्किल समय है। इस वक्त हमें राजनीति को किनारे कर देना चाहिए। राजनीति करने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है। यह वक्त सेवा करने का है, जिससे आने वाली पीढ़ी के लोग याद रखेंगे कि जब दिल्ली इतनी कठिन परिस्थिति से गुजर रही थी तब हमने दिल्ली की कैसे सेवा की है।‘ केजरीवाल ने बताया कि सभी दलों ने इस बात का समर्थन किया।

इसी के साथ उन्होंने कोरोना के वक्त लोगों से घर पर रहकर छठ पर्व मनाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आप छठ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाए। मैं चाहता हूं कि दिल्ली के सभी 2 करोड़ लोग खुशी-खुशी छठ पूजा मनाएं। लेकिन ख्याल रहे एक संक्रमित काफी लोगों संक्रमित कर सकता है। आप सोचकर देखिए अगर हम किसी तालाब में 200 लोग एक साथ उतकर पूजा करते हैं और अगर उनमें एक व्यक्ति संक्रमित है तो उससे सभी लोग संक्रमित हो जाएंगे। एक्सपर्ट का भी यही कहना है कि पानी से कोरोना जल्दी फैलता है।

आपको बता दें, बीजेपी लगातार छठ पूजा को लेकर राजनीति करने में लगी है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी तो सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल कर चुके हैं। जबकि दिल्ली हाईकोर्ट भी सार्वजनिक रूप से छठ पूजा नहीं करने के आदेश को बिलकुल सही ठहरा चुका है।