नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति केंद्र सरकार के रवैए से देश के पूर्व नौकरशाह परेशान हैं। उन्होंने इस मसले पर केंद्र सरकार को एक खुला पत्र लिखकर कहा है कि सरकार को तीनों कृषि कानून तत्काल वापस लेकर कोई समाधान निकालना चाहिए। सरकार के नाम खुला पत्र लिखने वालों में दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग और अरुणा रॉय सहित कुल 75 लोग शामिल हैं। ये सभी पूर्व अधिकारी कॉनस्टीट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप का हिस्सा हैं। 

केंद्र सरकार को लिखे खुले पत्र में इन्होंने आरोप लगाया है कि किसानों के प्रति शुरूआत से ही केंद्र सरकार ने प्रतिकूल रवैया अपनाया। केंद्र सरकार लिखे खुले पत्र में कहा गया है कि पिछले कुछ समय से गैर राजनीतिक किसानों को ऐसे गैर ज़िम्मेदार प्रतिद्वंदी के तौर पर प्रदर्शित किए जाने की कोशिश की जा रही है, जिनकी छवि खराब की जानी चाहिए, जिनका उपहास उड़ाया जाना चाहिए, जिन्हें हराया जाना चाहिए।

केंद्र को लिखे पत्र में कहा गया है कि सरकार को ये तीनों कानून वापस लेकर किसी समाधान पर पहुंचना चाहिए। सरकार को आधे मन से काम नहीं करना चाहिए। इससे पहले कि चीजें हाथ से बाहर निकल जाएं सरकार को तुरंत कानून वापस लेकर किसी समाधान पर पहुंचने की कोशिश करनी चाहिए।  इससे पहले 11 दिसंबर को भी सीसीजी के सदस्यों ने किसानों के समर्थन में बयान जारी किया था। सीसीजी के सदस्यों ने अपने इस खुले पत्र में कहा है कि तब से लेकर अब तक जो भी घटित हुआ है, उसने हमारे इस विचार को और मजबूत बनाया है कि किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है।