नई दिल्ली।Corona संकट के समय में सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने कर्मचारियों को बिना वेतन छह माह से दो साल तक की जबरिया छुट्टी पर भेजने की तैयारी कर ली है। यह अवधि 5 साल तक बढ़ाई जा सकती है। इसके पहले एयर इंडिया  कॉकपिट और केबिन क्रू के वेतन में 40 फीसदी तक कटौती कर चुकी है। 



 



समाचार एजेंसी ANI के अनुसार एयर इंडिया ने कर्मचारियों को बिना वेतन छह माह से दो साल तक की छुट्टी पर भेजने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। एयर इंडिया ने एक कमेटी गठित की है जो अधिक और अनुपयोगी कर्मचारियों की पहचान करेगी। यह समिति 11 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट दे देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा जाएगा। 





 



इसके पहले एयर इंडिया ने कॉकपिट और केबिन क्रू के वेतन में कटौती करने का फैसला किया है। कॉकपिट और केबिन क्रू के वेतन में 40 फीसदी तक कटौती की गई है।जबकि कॉकपिट क्रू यानी पायलटों का आरोप है कि उनके वेतन में 85 फीसदी तक की कटौती की गई है। 



ग़ौरतलब है कि कोरोना महामारी के पहले ही केंद्र की मोदी सरकार एअर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बन चुकी थी। मार्च में जारी बिड डॉक्यूमेंट के मुताबिक एयर इंडिया एक्सप्रेस की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेची जाएगी। इसके अलावा एअर इंडिया और SATS की जॉइंट वेंचर कंपनी AISATS में एअर इंडिया की 50 फीसदी हिस्सेदारी भी बेची जानी है।