नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पकड़ा गया कथित आईसिस आतंकवादी अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के एक महीने के भीतर आतंकी हमले की योजना बना रहा था। साथ ही साथ वह नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पिछले साल के अंत में हुई हिंसा में प्रदर्शनकारियों से वसूली, संपत्तियों की कुर्की के नए क़ानून और राज्य में पुलिस के साथ मुठभेड़ में अल्पसंख्यक समुदाय के 47 अपराधियों के मारे जाने का बदला लेने की भी तैयारी में भी था।

कथित आतंकी ने पुलिस को कथित तौर पर यह जानकारी दी है। पकड़ा गया व्यक्ति यूसुफ उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का निवासी बताया जा रहा है।

वहीं दिल्ली में हुई इस गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है और राज्य के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की एक-एक टीम दिल्ली तथा बलरामपुर रवाना हो गई है। दिल्ली एनसीआर में आने वाले नोएडा में जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है और संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यूसुफ के साथी एनसीआर क्षेत्र में छिपे हो सकते हैं।
 
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी पुलिस अधिकारियों, खास तौर पर क्षेत्र में तैनात अफसरों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी है।

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने मध्य दिल्ली के रिज रोड इलाके से आईएसआईएस के एक कथित आतंकवादी को गिरफ्तार कर उसके पास से आईईडी विस्फोटक बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी 21 अगस्त की रात को मुठभेड़ के बाद हुई है।