मध्य प्रदेश की सरकार अब चम्बल प्रोग्रेसिव वे बनाने जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। चंबल एक्सप्रेस अब चंबल प्रोग्रेस वे के नाम से बनेगा। एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल हब तैयार होंगे। यह घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि इस सिलसिले में उनकी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से फ़ोन पर बात हुई है। जल्द ही चम्बल प्रोग्रेसिव वे का शिलान्यास किया जायेगा। इसके साथ ही शिवराज ने राजनीतिक दांव खेलते हुए चम्बल एक्सप्रेस वे को बनाने में रूचि न लेने का आरोप कांग्रेस की पूर्व सरकार पर लगा दिया।





 



दरअसल, जल्द ही मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव है। इनमें से ज्यादातर सीटें चम्बल इलाके की हैं। इसलिए चम्बल एक्सप्रेस वे को नए नाम से उतारने की तैयारी है। जाहिर है भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस उपलब्धि बताते हुए जनता को सन्देश देने की कोशिश में रहेंगे।



हालाँकि कांग्रेस का कहना है कि चम्बल एक्सप्रेस वे पर पहले से ही काम चल रहा है और भारत माला प्रोजेक्ट के तहत 3 हजार 970 करोड़ रुपए में बनने वाला 283.3 किमी लंबा यह एक्सप्रेस-वे मप्र के गडोरा (मुरैना) से शुरू होकर राजस्थान के कोटा तक जाएगा। इस परियोजना पर पूर्व की कमलनाथ सरकार तेजी से काम कर रही थी। इसलिए शिवराज के कांग्रेस पर लगाए गए आरोप गलत हैं और यह सिर्फ उपचुनाव में चम्बल क्षेत्र की जनता को भटकाने की कोशिश भर है।